Saatish patel   (सतीश पटेल)
2.5k Followers · 97 Following

read more
Joined 11 February 2019


read more
Joined 11 February 2019
23 MAR AT 14:20

जवानी का नशा उतरने दो, समझदारी खुद आएगी।
उजाड़ के अपना घर ,दूसरे की छत पर रहने जाएगी।

वो भी भगा देगे, तब अपने घर की याद आएगी।
जब आओगे लौट कर ,तो अतीत के पन्ने मिलेगे।

आंख से अंशू आयेंगे, माफी नहीं मिल पाएगी।
गलती जवानी में की, ये बात बुढ़ापा बताएगी।

जिसे तुम मोहब्बत कहती हो, वो सिर्फ ज़िश्म का टुकड़ा है।
जिसके साथ हो तुम ,वो भी तो किसी का रिश्ता है।

-


19 JAN AT 21:37

भटक गया हूं, खुद की तलाश में,कोई तो बताओ खुदा की ज़ुबान से।
अच्छा और बुरा क्या है,कोई तो समझाओ इस दिमाग़ को।

-


10 SEP 2024 AT 23:07

जिस ससुर को दीया था सफलता का योगदान...
आज उन्ही पर प्रताड़ना का आरोप लगा रही हो...

अपना घर जला के अलाव ताप रही हो.....
जिस शहर में अपना घर बनाना चाहते हो... वो मुर्दों का ढेर है।

-


25 AUG 2024 AT 12:27

नजरे मिला के शिर को झुकाना अच्छा लगता है।
उनके मन में क्या है,ये जानना बेहत जरूरी लगता है।

नाराजगी के दौर में , इल्जाम मुझे पता है।
उनका भी बराबर कसूर है, जितनी मोहल्ले में खबर है।




-


14 AUG 2024 AT 9:53

Paid Content

-


12 AUG 2024 AT 11:17

वो बात ही बात में मना रही थी।
नोक झोंक में थोड़ा इतरा रही थी।

कहने को तो नाराज थी,पर मन ही मन मुस्करा रही थी।
ये अजब की दास्तां है दोस्ती की ,जो नए फूल खिला रही थी

-


12 AUG 2024 AT 9:08

Paid Content

-


10 AUG 2024 AT 16:39

Paid Content

-


9 AUG 2024 AT 20:30

Paid Content

-


8 AUG 2024 AT 8:06

सड़क से लेकर दंगल तक मजबूत लड़ाई छेड़ी है।
वक्त जो मेरा पलटा है, गुहार खुदा से लगाई है।
सारे जग ने मेहनत देखी,उम्मीद मेडल की लगाई थी।
हमने अपना सब कुछ सौपा, तकदीर की खोई निशानी है।

-


Fetching Saatish patel Quotes