हर किसी से उलझने की आदत नई लगी है
जब तहकीकात की तो पता चला
उनके जाने के गम में मेरी लाश मेरे ही अंदर पड़ी है-
गणित की
कक्षाओं में..y का मान ज्ञात
करने के लिए .
x का मान कुछ भी मान
लेना मेरे लिए उतना ही जटिल था
जितना साहित्य की कक्षाओं में
सरल रहा
प्रेम का मान
ज्ञात करने के लिए
मेरे द्वारा कल्पना का मान
तुम्हें चुना जाना-
इक हँसी लिए
अपने लबों पर,
छुपा कर अपनी
हर तड़पन को,
कर गुमराह हर
इक आंसू को,
उस लम्हे बस
उस प्यारी सी,
मुस्कुराहट को,
दिल भरने तक,
महसूस करके
खुश होने को,
तड़प रहा हूँ मैं...
(see caption)-
तुमने कहा था
सच हो जाता है
सोचा हुआ तुम्हारा
मैं सोच रहा बरसों से
तुम्हें हिचकी भी नहीं आती-
बिछड़ कर तेरी याद में हम आंसू बहा लेते है,
पर तेरे अश्क़ भी मेरे नसीब में नही!
दीवार पे टंगी तस्वीरे जवाब नही देती।-
फूलो की khushboo अगर
यादे महकाती है,
तो sufiyan,
काटो की चुबन अक्सर
मौत दे जाती हैं-
हम कैसे याद नहीं करते उन्हें इस बात की हैरानी है,
यहां तो हर सांस में तेरे मेरे प्यार की कहानी है..!-
भूल गए हो मुझे कभी याद तो करते नहीं,
याद आ भी जाए कभी बात तो करते नहीं!!
थी कभी हमारे बीच भी एक गहरी दोस्ती,
है अभी भी मगर कभी अपना तो कहते नहीं!!!-
बीता हुआ कल नहीं हूं जो भूल जाओगी
बड़ा जिद्दी हूं ऐसे ही दूर कहा जाने दूंगा
बातों में नहीं दिल में तो आ जाओगी-