लफ्जों के खामोश रहते हुए भी
अक़्सर आपकी दिल धड़कने
कुछ कहने की कोशिश करती है
मन में बस आपके नाम का शोर गूंजता है— % &-
City - INDORE
14 August 🎂
सफ़र तो वहीं शानदार होता है जो बेमंज़िल हो✒️
लफ्जों के खामोश रहते हुए भी
अक़्सर आपकी दिल धड़कने
कुछ कहने की कोशिश करती है
मन में बस आपके नाम का शोर गूंजता है— % &-
हमने तो बस यहीं जाना है
जब जब दोस्तों का साथ पाया है
तब तब हारी हुयीं बाजी भी जीती है-
इतने नज़दीक से कभी नहीं देखी आपकी आंखे
आज इनमें बस्स जाने का दिल करता है-
इंतज़ार तो मुझे भी बहुत है
बेसब्री से मुलाक़ात का तुझसे
वक़्त के आगे बेबस हूं
फ़िर भी कोशिशें हर पल करता हूं-
वो गुलाब यूं खिल उठा है
मानो मुझमे मोहब्बत की
खुशबू खिल उठीं हो-