QUOTES ON #बिहार_चुनाव

#बिहार_चुनाव quotes

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5 NOV 2020 AT 8:31

चुनाव है.....तनाव?
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कुछ भूखे...कुछ के दिन हैं चाव

(अनुशीर्षक में पढ़ें)

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क्या जोक मारा है रे बावा एक और सफेद झूठ !!
👉 बड़का झूठा पार्टी! 🤣🤣🤣

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क्यों मुझे रोता हुआ देखोगे तुम,
आंच है तो हाथ ही सेंकोगे तुम.!
मैं उलझता जा रहा हूँ आजकल,
आँख मूंदे कब तलक फेंकोगे तुम?


मंच पर वादा भी कितना खूब है,
मांग लूं तो चाँद भी दे दोगे तुम.!
आज तो है जनसभा भी चौक में,
अब तो महंगी गाड़ियां भेजोगे तुम!

जॉब, पैकेज और युवा की बात है,
लक्ष्य है गर वोट तो भेदोगे तुम..!
चुनाव है तो वायदों के पुल बने,
जीतते ही नौकरी बेचोगे तुम..!

ऐ नेता जी सुना, क्यों मुझे रोता... बुझल😊

सिद्धार्थ मिश्र

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26 OCT 2020 AT 13:56

कुंडलियां छंद

आया अभी चुनाव है, करना है मतदान

ठोक बजाकर वोट दें, रखना हमको ध्यान

रखना हमको ध्यान, नहीं छूटे मतदाता

एक वोट का दान, बदल दे भाग्य विधाता

भाषण दें मनहरन, रचाते पीछे माया

खोल रखें हम कान, अभी चुनाव है आया ।।


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7 NOV 2020 AT 15:46

ये रंग गाढ़ा नहीं है उतना
लेकिन असर गहरा डालेगा।

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12 NOV 2020 AT 5:51

जय बिहार

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मतभेद-मनभेद

जाति-पाति से ऊपर उठकर
एक नया लोकतंत्र बनाएं
आओ नया बिहार बनाएँ

तुम भी करना, मैं भी करूँगा
ना राग ना द्वेष करूँगा
छोर-छार सारे कामों को
पहले मैं मतदान करूँगा

भाई-चारे के रिश्तों में
मन में कोई भेद नहीं हो
"मतभेदों" में जी लेंगे हम
पर कोई "मनभेद" नहीं हो...

कृष्ण कन्हैया भारद्वाज

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16 OCT 2020 AT 22:49

दुकान वही थी
बस दुकानदार बदल गए
तकलीफें वहीं है
बस सरकार बदल गई

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31 AUG 2020 AT 18:50

चुनावी मौसम
नजर आने लगे हैं योजनाओं का दौर बिहार में
वोट के लिये रिश्वत की बातों का शोर बिहार में
अरे भई चुनाव का मौसम जो आया है
जीतने का भूत जो उन पर समाया है
जीत कर पाँच साल ना जाने कहाँ गुम हो जाते हैं
बेचारी जनता को ये बेबकूफ बना जाते हैं
क्यों ना हो ऐसा जब बैठे बिठाये कमाना हो जाये
पाँच साल बाद बिल से निकलने का बहाना हो जाये
वाह रे नेता बिहार को गर्त में मिलाने वाले
जनता को मीठी जहर की सुई चुभाने बाले
थोड़ा सा भगवान से डर कर कुछ काम किया करो
यूँ जनता को लूट लूट ना अपना जाम पिया करो
झूठ की बुनियाद पर उनकी हर बात खड़ी होती है
योजनाएं इनकी ख्वाबों से भी बड़ी होती है
जीत के बाद जो कचड़े की ढ़ेर बन जाती है
यही योजनायें इनके लिये कुबेर बन जाती है
कंचन प्रभा






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27 JUL 2020 AT 21:59


विकट महामारी फैली है, परेशान संसार।
अब तो जगदीश कृपा कर दो, कर दो बेड़ा पार।।

त्रस्त हुई है दुनिया सारी, तेरी हीं संतान।
कोरोना का दूर भगाओ, अब तो कृपाणिधान।।

कई दिनों से मेघ बरसते, यहाँ मूसलाधार ।
जल ही जल हर ओर हुआ अब, छूट गया घर बार।

आस देखते विकल हुए हैं, सोयी है सरकार।
लेने केवल वोट पहुँचते, नेता हो तैयार।।

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