ज़हमत भी ना की वस्ल की उल्फ़त में उसने
बहरहाल दिल से वो आज भी निकाले न गए-
निर्भया तुम तैयार रहो
दरिंदों का काल आया है
खुशियों की बयार हो
देर से बहरहाल आया है-
बहरहाल जिंदगी में सबकुछ ठिक है,
थोड़ा थोड़ा रोना पड़ता है --
मोहब्बत और पैसों के लिए।-
बहरहाल जिएं तो जिएं कैसे,
वक़्त यूं हर पल बदलता रहता है,
ज़िंदगी बहरहाल बदहाल हो रही है|-
उसने बेशक मेरे ज़िक्र पे तवज्जो ना दी हो मगर
मेरे आने की खबर सुनकर वो मुस्कुराई ज़रूर होगी ।
-
वह मुझसे बात नहीं करती
मैं भी अब उसका नंबर नहीं मिलाता
बहरहाल,
मेरे मैसेज के निशान अब नीले नहीं होते...।-
आपका इन्तज़ार हमेशा हम करतें हैं,
बहरहाल कोई बताएगा हाल आपका
हमारे लफ़्ज भी यूंही महकते जाते हैं
कभी सुनकर बस एक जिक्र आपका-
बहरहाल ही सही,
कुछ सवाल कहीं न कहीं-
बस बवाल हैं वहीं के वहीं !
-Sudeep'The Deep'-
तुम करना फ़िक्र मेरी
मैं भी तुम्हारा ख्याल रखूँगा
बनाकर तुम्हें तरजीह अपनी
खुद को सिर्फ बहरहाल रखूँगा
-