"परिवार मे सबसे छोटा होना
उस समय अपराध की भांति लगता है
जब आपको बोलने का अवसर नही देते
बिना गलती के बातें सुनायी जाती हैं"-
बचपन से लेकर जवानी तक
बेशुमार मोहब्बत उससे एक तरफा किया।
जब आया मुझे अपनाने वो
जिंदगी से ही नहीं, दिल से उसे दफा किया।-
यूं तो फासले हैं बहुत तेरे मेरे दरमियां
फिर भी तू अलग मुझसे है कहां-
दूरियाँ और फासलों में थोड़ा फर्क होता हैं,
कि अल्फ़ाज़ समझने,समझाने में ज़रा सा फर्क होता है।
करते हैं सभी वादे इस दुनिया में रिश्ते निभाने के,
कि कहने और निभा जाने में बड़ा फर्क होता है।
यूँ तो टूट जाया करते हैं रिश्ते चंद गलतफहमियों से,
कि जो बेमतलब निभाया गया हो वो अटूट होता हैं।।-
हर रोज बहक जाते हैं मेरे कदम
तेरे पास आने के लिये
ना जाने कितने फासले तय करने अभी
बाकी है तुमको पाने के लिये-
फ़ासले ख़्वाइशों से
ज़िन्दगी ने इतने कर डाले हैं,
बारिश की बूंदे...
औऱ हमनें खिड़की से हाथ निकाले हैं..!
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दिल और दिमाग की जंग में जीतता ,
कोई नहीं बस फासले बने रहते हैं ।-
फासले ऐसे भी होंगे कभी सोचा ना था!
दिल मिलने को तरसेगा कभी सोचा ना था!!
टूटकर बिखर जायेंगे कभी सोचा ना था!
तेरे बिना तन्हा हो जायेंगे कभी सोचा ना था!!
आंखों में आंसू, दिल में तेरी याद लिए बैठे हैं!
तुम हमें ऐसे भूल जाओगे कभी सोचा ना था!!
प्यार के बदले रुसवाई मिलेगी कभी सोचा ना था!
हमें जीने की चाह नहीं रहेगी कभी सोचा ना था!!-
क्या हुआ जो भर ही गए ,ये फ़ासले हमारे बीच के,
गर दूरियाँ सोच की कम हो तब तो कोई बात बने।-