किसी बेसहारा मासूम के,
लुटते अधिकारों पर भी,
आगबबूला होकर,
क्रोध से तुम धधकते क्यों नहीं।
किसी कमज़ोर मज़लूम की,
दर्द भरी चीखों पर भी,
किसी कोयले की भट्टी के,
अंगार से तुम भड़कते क्यो नहीं।
किसी दूसरे के अधिकारों के हनन पर,
बस निष्क्रिय पड़े न रहकर,
कंधे से कंधा मिलाकर,
ऐ दिल! तुम लड़ते क्यों नहीं।
जीवित मनुष्य की काया में बसते हो,
किसी पर जुल्म देखकर भी,
किसी मृत शरीर से बने रहकर,
ऐ दिल! तुम धड़कते क्यों नहीं।-
28 JAN 2019 AT 19:49
14 OCT 2020 AT 22:15
धड़कन बंद होना ही सबब नहीं है मौत का
कभी अपनों को दूर होते देखा है 💔-
29 JUN 2019 AT 20:53
नही तोड़ पाओगे ये रिश्ता
कल तक हमे बस शक था
आज यकीन हो गया कि मै
तुम्हारी ज़िन्दगी की मल्लिका
ही नही बल्कि तुम्हारी तो
धड़कनो का रास्ता भी
हमारी सांसो से हो कर
गुज़रता है ।।
-
5 JAN 2018 AT 13:52
रुक रही थी धड़कन जब तलक वो आये न थे
आये तो 'ख़ाक' मर गया धड़कनों के शोर से।।-
29 OCT 2019 AT 17:33
फिलहाल तो धड़कन बदस्तूर कायम है तसल्लीबख्श,
कंही रुक न जाये धड़कन जब होगी उनसे मुलाकात!-
7 APR 2020 AT 9:50
तेरा ये मुझपे शक़ करना पता है किस तरह है,
कभी उस दिल को देखो,जो अपनी धड़कन के बिना है...!-
20 FEB 2020 AT 21:07
मुझे ये नहीं पता कि वो मुझे कितना समझती है,
पर उनके लिए एक लफ्ज़ है धड़कन, तुम हूबहू उसी से मिलती हो..!-
27 JAN 2019 AT 20:40
कौन तुझको प्यार करेगा
जब उसको ही चाहता है
छोड़ मेरे दिल को
जब उसका हो चुका है
Pankti-
27 MAY 2018 AT 13:49
अक्सर टूटता है दिल पर तड़पता कोन है
पर गर जान हो तुम फ़िर धड़कता कोन है-