बनावटी बातें और दिखावटी लोग,
लोगों को ज्यादा पसंद आते है।
ये सब हमसे नहीं होता,
शायद इसलिए उन्हें हम बुरे नज़र आते है।-
एक वक़्त तक ही 'दिखावा' अच्छा लगता है 'ख़ुश' होने का
बाकी किसी को कोई फ़र्क नही पड़ता अभि तेरे हँसने रोने का-
झूठ भी इतनी सच्चाई से बोलते हैं, कमाल करते हैं।
किरदार खुद का गंदा हैं और मुझ पे सवाल करते हैं।।
हर अच्छा दिखने वाला शख्स अच्छा नहीं होता दोस्त।
कुछ अच्छाई की perfume भी इस्तेमाल करते हैं।।-
मुस्कान लिये फिरते हैं
ज़िन्दगी के गमले में सजाकर ..
एक वो ही जानते हैं कि ये कितना दिखावटी है ...-
रस्सी जल गयी पर बल न गया।
मुह की खाई पर छल न गया।।
Rassi Jal gayi per bal na gaya.
Muh ki khaai per chhal na gaya.-
दिखावे की जिंदगी की बस इतनी सी कहानी है
हकीकत तो एक दिन सबके सामने आनी है
🖤🚦-
इन्सान ने खरीदा तो सब
पर बेचा इमान हैं,,,
दुनिया में अब दिखावे का अस्तित्व है
और सब का झूठा पहचान है,,,,,,,-
पवित्र रिश्ते पर उसने खुद कलंक लगाया है,
छीन के मेरा सब कुछ मुझे रंक बनाया है..-
कितने मुखोटे लगाते है लोग,
ना जाने कितने रंग दिखाते हैं लोग....
अपने को बेगाने बनते देखा हैं हमने,
ना जाने कैसे बदल जाते है लोग...!-
दिखावटी ये ज़माना,
दिखावटी सपने संजोता,
दिखावटी चेहरे पर,
दिखावटी है मुखौटा।
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