-: वफ़ा - इश्क़ :-
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ना करो हमसे इश्क़, हम बदनाम होना नहीं चाहते
चाहत ए - इश्क़ में, कोई इल्ज़ाम लेना नहीं चाहते।
मोहब्बत की उन गलियों में, गुमनाम होना नहीं चाहते
करके मोहब्बत, सिर्फ़ दर्द का इनाम लेना नहीं चाहते।
तुम तो भूल जाओगे, हम मोहब्बत में भूलना नहीं चाहते
दूर रहो जनाब, हम इश्क़ ए - समुंदर में डूबना नहीं चाहते।
करके मोहब्बत, किसको वफा मिली है इस जमाने में
हम इश्क़ में तेरे इस क़दर बेवफ़ा होना नहीं चाहते।
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