दुनिया की सबसे कड़वी हकीकत... हर कोई जी सकता हर वह इंसान के बिना जो कभी खास था/थी उसके लिए,,,
और करुण सत्य??... ये बात स्वीकार नहीं कर पाते हम पहले पहले,,, रोते, चिल्लाते, उलझते, उलझाते रहते सबको अपने समस्याओं में, दुःख में धकेल कर..
कुछ लोग छोड़ देते रोना, चुपचाप चले जाते अपने रास्ते बिना एक शब्द निकाले मुँह से,,, वही लोग ही कामयाब इंसान कहलाते है जिंदगी के लंबी रेस में...
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