धन्वंतरि देव को प्रणाम,
जिन्होंने दिया ये वरदान।
आयुर्वेद है महान,
आयुर्वेद है महान।
आयुर्वेद के भगवान
धन्वंतरि जन्म दिवस एवं
धनतेरस पर हार्दिक बधाई-
काश कोई मेरी इलायची को जाकर बता दे।
की आज उसका लौंग उदास हैं
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आज सहजन की सब्जी बन रही है
औषधीय गुणों में ये बहुत खड़ी है
आयुर्वेद में बहुत सुहाता
ड्रमस्टीक भी नाम कहाता
बचपन में मैं नहीं खाती थी
लकड़ी की सब्जी कहकर मुंह चिढ़ाती थी
अब है थोड़ा ज्ञान हो आया
मुनगा ने है नाम कमाया
चेचक की है प्रीकॉशन दवाई
मधुमेह में रामबाण कहाई
त्वचा रोग में औषधि आई
एन्टीआक्सीडेंट भी इसमें पाई
मैं तो कहती हूं सब लोग खाइए
बिमारियों को दुर भगाईए
दो महीने हीं फल मिलेंगे
बाकी दिन सिर्फ पत्ते खिलेंगे..-
"आयुर्वेद ; स्वास्थ्य की बात "
समस्या से समाधान की ओर
अनुशीर्षक में पढ़ें
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मातृ सम तुलसी परिवार की रक्षक,
भारत के प्रति घर की चिकित्सक।।
छोटा पौधा,पर है गुणकारी,
अनेक व्याधि,पर है लाभकारी।।
जब मन करे, उपयोग इसका करना,
नहीं पड़ेगा अकाल मरना...!!
सम्भव हो तो, न दन्त से चबाना,
छोटी पत्तियां, मुख में निगल जाना,
पेय में रस मिश्रित कर पीना,
आयुर्वेद पद्धति से जीना....!!
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" धनत्रयोदशी"
मानस समुद्र चिंतन- मंथन से,जब प्रकट हुए धन्वन्तरि
जन हित में लेकर आये,आयुर्वेद की जीवन- पद्धति।।
अनुपम सहज जीवन रूप,चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद,
जीवन- यापन की विधियाँ से , दिये मर्म-विच्छेद।।
धन्वंतरि यूँ तो परे समय से,पर आनंदमय अनुभूति है,
अन्नमय कोष में स्थित ,गम्भीर सिन्धु की उत्पत्ति है।।
कामना, कल्पना को , सशक्त करता सुदृढ प्रयास है ,
चंद्रमा की चाँदनी या ,पुष्प की सुगंधित वातास है।।
धन्वंतरि तो इंद्रधनुषीय रागिनीमय, सशक्त प्रयास है
भावना से सिक्त उर का ,पूर्ण औ गहन उच्छ्वास है।।
सप्त अन्नधान पूजन के ,अद्य करें मन में संकल्प,
अन्नदाता समृद्ध हो , अश्रु से कभी न भीगे पलक!!!
सुधा सक्सेना (पाक रूह)
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त्रयोदशी स्वास्थ्य लाभ दायिनी आयुर्वेद की लें शरण
आज के ही दिवस था धन्वंतरि जी का हुआ अवतरण-
पेट अंदर करने के सरल उपाय क्या हैं?
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यह कुछ टिप्स पेट को कम करने में आपकी काफी मदद कर सकते हैं -
थोड़ा-थोड़ा खाएं - अगर आप एक ही बार में अधिक भोजन करने में यकीन करते हैं, और आपको इसकी आदत है, तो यह आदत बदल डालिए। अपनी डाइट को 2 या 3 भागों में बांट लें, और हर दो या तीन घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाएं। इससे आपका पेट भरा रहेगा, ऊर्जा का स्तर भी बना रहेगा और पेट का मोटापा भी कम होगा।
गरम पानी -सुबह-सुबह खाली पेट गर्म पानी पीना, पेट कम करने के लिए बेहद फायदेमंद होगा। इससे पेट में जमा वसा धीरे-धीरे कम होगा। इसके अलावा अगर आप गरम पानी में नींबू और शहद डालकर पिएंगे तो यह और भी फायदेमंद साबित होगा। इतना ही नहीं, इसे रोजाना पीने से आप तरोताजा और ऊर्जावान भी महसूस करेंगे।
मॉर्निंग वॉक - सुबह-सुबह पैदल चलना, जॉगिंग करना या फिर पेट संबंधी व्यायाम करना, पेट की चर्बी कम करने का बेहतरीन विकल्प है। इससे धीरे-धीरे फैट भी कम होगा, और आपका पाचन तंत्र भी बेहतर होगा। साथ ही शरीर में दिनभर ऊर्जा का स्तर बना रहेगा।
(पूरा लेख caption में अवश्य पढ़ें)-