अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए
बात-बात पर दूसरों की
भावनाओं को आहत करना,
दूसरों को प्रताड़ित करना
यही तो सच्ची भेद दृष्टि है
एवं हरि व्यापक सर्वत्र समाना की
भावना रखते हुए सबसे प्रेमपूर्ण
व्यवहार करना ही वेद दृष्टि है..!!-
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दूसरों के साथ कभी भी वह
व्यवहार मत करो जो
तुम्हे स्वयं पसंद ना हो...
आत्मरूप समझकर सबसे प्रेम करो
और सबका सम्मान करना सीखो..!!
अपनी दृष्टि को व्यापक बनाते हुए
ये जानने का प्रयास करें कि आत्मा,
परमात्मा का ही एक रूप है..!!-
प्रेरणा लहरों से लेनी चाहिए
जो गिरकर फिर उठ जाती हैं
और अपने लक्ष्य तक पहुँचे
बिना कहीं कभी रुकती नहीं हैं!!
प्रेरणा बादलों से लेनी चाहिये
जो समुद्र से जल लेते हैं
और सूखे रेगिस्तान में बरसा देते हैं!!-
दूसरों के साथ अनुचित व्यवहार
करने से पूर्व विचार करो कि
हमारा व्यवहार किसी को
क़भी आहत करने वाला ना हो...
अपने जीवन को हमेंशा
वेदमय बनाकर जियो,
भेदमय बनाकर नहीं..!!-
प्रकृति का कण-कण
मनुष्य जीवन को
एक प्रेरणा प्रदान करता है..
ये संपूर्ण प्रकृति
एक पाठशाला ही तो है..
बिना प्रेरणा लिए जीवन
प्रेरक नहीं बन सकता है!!-
जिसने अपने जीवन में
दूसरों से प्रेरणा लेने का
प्रयास किया उसका
स्वयं का जीवन भी एक
दिन समाज के लिए
प्रेरणास्रोत बन जाता है!!-
🚩जय श्री राम🚩
चलो अयोध्या
प्रभु श्री राम अपने
मूल स्थान पर
बिराजेगे..!!
🚩जय श्री राम🚩-
સંબંધોમાં સુખ માટેનો
સુવર્ણ નિયમ છે કે
જ્યારે સામેની વ્યક્તિની
મર્યાદા અને સમજણ પર
આપણું ધ્યાન કેંદ્રિત કરીએ
ત્યારે સ્વયંમાં સ્વીકાર
ભાવ આવે છે.
ત્યારે સબંધ સંઘર્ષમાંથી
સંવાદ તરફ આગળ વધે છે..
#આર્યવર્ત
-
"જીવન મર્યાદિત છે,
અને આપણે એને
વેડફી નાખીએ છીએ.
આપણે કેમ જન્મ્યા
અને કેમ મરી ગયા,
એ ખબર જ નથી પડતી.
અધૂરી ઈચ્છાઓ અને
પસ્તાવાની આખી ચોપડી છે,
અને સંતોષ આંગળીને
વેઢે ગણાય તેટલા છે.."
#આર્યવર્ત-
जिंदगी का फ़लसफ़ा है
दर्द हर क़तरा बरक़रार है...
हँस के जिये या रो के हम
ख़ुद से क्यों शिक़ायत करे!!-