हाय ये मेरे बेमतलबी से ख़्वाब कोई सुबह मुझे भी जगाने वाली हो उसके हाथ मे चाय की प्याली हो जो कहे प्यार से उठ जाओ जी ब्रेकफास्ट तैयार है आकर कर लो जी जब भी निकलूँ ऑफिस के लिए आकर कहे शाम में जल्दी से आ जाना जी मैं बावरा सा दिन भर उसकी याद मैं डूबा शाम में जल्दी घर आ जाऊ जी हाय ये मेरे बेमतलबी से ख़्वाब...!!😉