इस्तिक़बाल /استقبال
स्वागत / reception
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# Welcoming April #
ऋतुओं के राजा, वसंत का माह है, अप्रैल।
सुस्वागतम, अप्रैल माह।
पहाड़वासियों के लिए तो तुम सुकून लेकर आते हो और ठंड से छुटकारा दिलाते हो।-
यूँ ही तो नहीं आकर ठहर गया ज़िंदगी में,
हर दर्द का हमने ख़ुद इस्तिक़बाल किया था।-
Success is not welcoming the happiness & enjoying it.
It's a old trend
Now a days,
Success is welcoming the pain with a fake smile & enjoying it with happiness.-
جو ہوئے گامزن حق کی راہ پر ربّ کے لئے
تھے فرِشتے اُن کا استقبال کرنے کے لئے
Jo hoye gaamzan haq ki raah pr RABB ke liye
Thy farishte unn ka istaqbaal kr ne ke liye-
इस्तिक़बाल में झुकेंगे वो भी, जिन्हें इख़्तिलाफ़ है हमसे,
हम तो तर्बियत-याफ़्ता है साहब,सदा मुस्कुराकर ही मिलेंगे।-
पथरीली रहगुज़र का भी_ यूँ इस्तिक़बाल कर लिया
समझकर मील के पत्थर_रगों में उबाल भर लिया-
आरज़ू थी तुम्हारी,तुम्हारी ही तपिश में मिस्कीं सी जल रही थी
शमा से निकलती हर लौ का मैं, नज़रों से इस्तिक़बाल कर रही थी-
ऐ जिंदगी देख तेरे इस्तिक़बाल में, हम सर झुकाये खड़े हैं l
माना तेरे इम्तिहान है कड़े,पर हौसले हमारे भी बडे़ है l-