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15 OCT AT 21:40
"प्रतीक्षा के फूल यूं ही नहीं मुरझाते..
जलते हुए दिए के साथ..
प्रेम की अवस्थाएं भी खूब झुलसती हैं !"
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15 OCT AT 13:36
एक समय बाद, अच्छे काम भी आपके बुरे साबित
होने लगते हैं, उन्हीं लोगों द्वारा जो खुद कभी
सराहना किया करते थे। और तब आपका बहुत अच्छा होना
भी आप ही के लिए हानिकारक सिद्ध होता है।-
15 OCT AT 8:43
उसे लेना नहीं आता, वो तो बस देना जानता है
अंधेरे चाहे जितने हो, वो तो बस निखारना जानता है।-
16 OCT AT 19:21
मैं खुद में जिस घड़ी हया गम ए तन्हाई पाती हूं
उम्मीदें आस की हर पल नई शम्मा जलाती हूं.!-
15 OCT AT 22:34
तू जलता रहे ता उमर में बिखरती रही
तेरी रोशनी कि प्रीत में मै पिघलती रही
पिघल गई अंत तक तेरे लिए कोई गिला नहीं
मैं राख हो गई तेरे इश्क़ में मगर निखरती रही।-