सौदे की बात करते हो जनाब
ब्याज छोड़ो ' मूल ' भी ना दे पाओगे-
दिल मे बजता संगीत, वातावरण में फैले
या कमरे में बजता मद्धम संगीत दिल मे
तरंगित हो, संगीत प्रसन्नता का मूल है❣️-
महँगाई में हर इक शय के दाम हुए हैं दूने
मजबूरी में बिके जवानी दो कौड़ी के मोल-
ढूंढती है मेरी कदम तेरी कदम की हर निशानी को,
मीट जो गया है अब इस जमाने से !!!-
इस संसार में जो भी व्याप्त है सब का मूल प्रेम है ।
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---[Khoj bhitar ki]
Bahar ki cheezo ka duniya se vaasta
Andar ki cheezo ka rab se vaasta
Bahar tu acha hai par bhitar jo maila tu
Hogi na kabhi muqammal teri ye aastha
Tu zamaane ka ban gaya jo
Bhool ke rooh ka raasta
Khud ko hi bhool baitha tu
Jodke duniya se vaasta
Tujhe na mitti me rehna tha
Tujhe hira toh banna tha
Chal likhde kaamil-murshid ki kalam se
Asli ye daastan.
- Asahu(ch@npreet🌜😍)-
इश्क़ की उधारी की है साहिबा ।।
ब्याज में तेरी बाहों की कैद चाहते हैं।।
और मूल में तुझसे तेरे आँसू चाहते हैं।।।।-
"सबका मूल वो चुका देता हैं,
किसी का उधार नहीं रखता हैं,
खुदा मेरा गणितज्ञ हैं,
हर एक का हिसाब रखता हैं।"-