वो दिन जिस दिन तू हमारा होगा,
वो दिन भी कितना प्यारा होगा।।
हर एक सपना सच हमारा होगा ,
तेरा साथ कुछ यूँ ही न्यारा होगा।।
मेरे हर वक़्त पर बस एक हक़ तेरा होगा,
तेरे हर अश्क पर बस एक हक़ मेरा होगा।
तेरी सारी नादानी, तेरा सारा गुस्सा मेरा होगा,
मेरी सारी मोहब्बत, मेरा सारा अधूरापन तेरा होगा।।
वो जो सब कसमें थीं ,वो हर वादा पूरा होगा,
जब तू उस दिन मेरे साथ ,और बस मेरा होगा।।
हमारी लंबी सी कहानी का विराम सा होगा,
सारी बेचैनी और विरह पर पुर्ण विराम होगा।।
फिर कितना खूबसूरत सा वो मंजर होगा ,
जहाँ तेरे प्यार की नदी, मेरा समंदर होगा।।
तेरे बिन कैसे बीते दिन,इस पर मंथन होगा,
क्यों लगा इतना वक़्त,इस पर चिंतन होगा,
फिर दोनों को गुजरे वक़्त का दुःख होगा,
आँखों मे पानी के मोतियों का वर्षण होगा।।
फिर जब पहली बार ये सब सच हो रहा होगा,
मेरा एकतरफा प्यार,दोनों तरफ से हो रहा होगा।।
मैं कैसे लिखूं उस दिन की खुशी का अंदाज़ा क्या होगा,
मैं क्या बताऊँ मुझे ख़ुशी से मरने का मन कर रहा होगा।।
ये महज कल्पना है या सच मैने तब लिख दिया होगा,
जिस दिन तू मुझे कभी मेरे ख्वाबों में मिल गया होगा।।
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लिख देता हूँ यूँ ही जो आता है दिल मे।।।
अब जो दिल मे आये ... read more
हार का सबब बन कर जब सामने आती है मोहब्बत,
रकीब के साथ खुश रहकर जब दिल जलाती है मोहब्बत,
एक इंसान किस हद तक बेदर्द हो सकता है,
वो जब अपने बिना हमारा हाल पूछती है मोहब्बत।।।।-
उसकी यादों को भुला दे ए खुदा,
जख्मों से ज्यादा यादें रुलाती हैं।।।-
सिर्फ एक दिन देकर न जाने क्या अहसान करती है दुनिया उस माँ पर,
अरे एक एक साँस उसकी दी हुई है, जिंदगी का हर दिन कुर्बान है उस पर।।।-
किसी को अपनी भावनाओं का ठेका मत दो।।
नही तो तुम्हारी कब्र तुम्हारी ही उमीदों पर होगी।।-
गर लिख देता ख़ुदा सबकी तक़दीर में मोहब्बत, फिर ये सच्ची मोहब्बत के अफ़साने कैसे बनते?? गर दे देता खुदा हर कहानी की नायिका नायक को, तो फिर लोग ग़ालिब,फ़ैज़ एलिया, कैसे बनते??
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भारत के संविधान के रचयिता,
भेदभाव के दीवारों को तोड़ने वाले युगपुरुष,
दीनों को उनका हक दिलाने वाले इंसान ।।
बाबा साहेब के जन्मदिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।।।
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कृष्ण तेरी बाँसुरी , हर एक सुर को साधे हैं,
दुनिया तेरी माया , बाकि सब राधे राधे है।।।
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बहुत मन करता है तुमसे बहुत कुछ कहने का,
पर फिर मन नही करता तुमसे कुछ भी कहने का।।-
एक पत्थर को पत्थर बनने के लिए मौसम की मार सहनी पड़ती है,
और एक इंसान को पत्थर बनने के लिए, किसी अपने की दगा खानी पड़ती है।।-