पता है लालच खत्म हो गया है।
बस इश्क़ रह गया है।।-
हर किरदार अपने जरूरत के पिछे भागता हैं..
अंहकार, भुख और लालच के लिए,
और उसी लालच कि वजह से,
इंसान का इमान डगमगा जाता हैं...
और वह सबसे बड़ी गलती कर बैठता हैं...!!-
उसने पूछा था - "दुनिया में सबसे ज्यादा शक्तिशाली क्या है?"
मेरा जवाब था - "और ज्यादा पाने कि भूख।"-
चाहे कितना भी मिल जाए
पर ज़िन्दगी में "और" की चाहत हमेशा बनी ही रहती है...
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Lalach ki kashti me hokar sawaar
Log utarna chahte hain paar
aaj ke yug me
manavta aur prem bhav
Ye sab hain vyarth ka saar-
शर्म आ रही है!
बहुत मुश्किल वक्त है यारों !
हर दिन कोई न कोई बुरी ख़बर आ रही है।
मरकर चले जा रहे हैं लोग कितने ही मगर,
ये निगोड़ी महामारी नहीं जा रही है,!!
मौत दरवाजे पर दे रही है किसके नहीं दस्तक?
पर लालच है कि बढ़ती ही जा रही है,!
लाशों के अम्बार भी देख दिल नहीं रोता है उनका
हालात ऐसे हैं कि मुर्दों को भी शर्म आ रही है!!-
Khuda ne is jahaan ko kitna khubsusat bnaya h,,,
Kya Khub jamin bnai kya aasmaan bnaya h,,,
Khane ke liye khana
Pahanne ke liye kapda
Or rhne ke liye ghar bnaya h,,,
Na jaane fir bhi kyu insaan pr lalach ka bharpur saya h.......
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अच्छा सुनो
मेरा दिल लालची हो गया है
आज फिर तुमसे मिलने की जिद्द कर रहा है-
ज़रूरत से ज्यादा ज़हर है हमेशा,
चाहे लालच से मिले या क़िस्मत से।-