भर लो बाहों में, यूं देर ना करो
समा जाओ मुझमें, यूं आहें ना भरो-
जिसके पास तुम हो ,उसे क्या ही चाहिए
सुबह मंगला आरती, सांझ शयन दर्शन चाहिए
वृंदावन में मकान न भी हो, तो भी वृंदावन धाम चाहिए
लाख समस्या हो जीवन में, पर मुख पर राधा नाम चाहिए
जिसके पास तुम हो , उसे क्या ही चाहिए-
मेरा भारत मेरी स्वतन्त्रता ही मेरी शान है
इस भारत भूमि में बस्ती मेरी जान है
हे नहीं दम किसी गैरों में जो भारत को हरा पाए
जब तक अपने ही भारतवासी इसे गिराने में न लग जाए-
पिंजरे को तोड़
खुले आसमान के, सपने दिखाने वाले
उम्मीद पर खरे नहीं उतरते,
ये भगा कर ब्याहने वाले-
जब से हमराही आप हुए
मुश्किल सफर आसान हो गया
कड़कती धूप में आपका साया छांव हो गया
पार आपको ही करवाना है
ये सफर जिंदगी का
कितना मुश्किल था अब आसान हो गया
सफ़र जिंदगी का
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इश्क में देखो यहां बकरा हुआ जाता है
कितना ही खैर मनाओ इक रोज काटा ही जाता है
अफसोस.....काटने वाले को तृण भर ना होता है
वो तो चटखारे ले कर तुम्हारा मातम मनाता है-
प्यार मोहब्बत तो बच्चों के खेल है
असलियत तो विरहग्नि है
रुक्मणि बनना तो किस्मत का खेल है
प्रेम की मूर्ति तो वृषभानु नंदिनी है-