ना जाने क्यों तूने👧 काला चश्मा 🕶लगाया है
"नशीला 😍सा हों जाता था मैं👦 तेरी👧 इन आँखों के साये में
पर ना जाने क्यों तूने 👧शराब🍾 में पानी🧊 मिलाया है"-
गिर चुके हैं मियां, कई लोग नजरों से मेरी,
फकत अब, आंखों पे काला चश्मा चढ़ा लिया मैंने..-
Kisi Aur Se Mohabbat Karne Ki Jaroorat Kyon Aan Padti Hai,??
Are Tanik Gore Gore Mukhade Pe Kala Kala Chashma Lga Kar To Dekho Meri Jaan , Kasam Se Mohabbat To Khud Se Ho Jaati Hai !!-
निग़ाहें खोल न दे कहीं अल्फाज़ के राज़ ...
इसीलिए तो काले चश्में में हर बार ...
मिलने आतें हैं ज़नाब ........!!-
"नाम हैं मेरा नैना,
पर असर उन निगाहों का था,
जिन पर आज है चश्मा चढ़ा...."!!😉😎-
तेरे जाने के बाद मैंने किसे अपना बना लिया
मुझे खो कर ही सही,भला तूने क्या पा लिया
कल शाम किसी ने महफ़िल में तेरा नाम लिया
फिर मैंने भी काले चश्मे से काम लिया-
नजरो से नजरे मेरे लड़ाने लगे हो
क्या करे आजकल तुम काला चश्मा पहनकर आने लगे हो....-
उनकी आंखों की गुस्ताखियां तो देखो,
काले चश्मे के पीछे से भी बंद नहीं हो रही ।-