इक जरा से breakup पर नश काट बैठते हो तुम,
और एक मैं हूँ, जो 😂"hair loss" पर भी जिंदा है..-
कलम ही मेरी शक्ति है...कलम से ही क़िस्मत ... read more
मिली हुई है उधार में शायद, ये ज़िन्दगी...
इसलिये हर गुज़रता दिन मुझे अब कर्ज़ सा लगता है...-
मैं मिलूंगी रास्तों पर, तुम कहानियों में मिलना,
कुछ इस फ़लसफ़े में...जिंदगी गुजार लेंगे हम।-
कोई बता रहा था, अहमियत रिश्तों की.,
मुझ पर नजरें पड़ी तो, खामोश हो गया..-
गिर चुके हैं मियां, कई लोग नजरों से मेरी,
फकत अब, आंखों पे काला चश्मा चढ़ा लिया मैंने..-
She just want to listen his beautiful voice but ,
now silence is his favorite sound-
जिस दिन सूरज चांद को चाहने लगेगा,
खुबसूरती की तुलना सूरज से होने लगेंगी,
उस दिन में भी तेरी हो जाऊंगी....
जिस दिन मौलवी मंदिर में पूजा करने लगेंगे,
पंडित अज़ान पढ़ने लगेंगे,
उस दिन में भी तेरी हो जाऊंगी...
जिस दिन गूंगे तारीफ़ करने लगेगे,
बहरे मेरी लिखीं हुई शायरी सुनने लगेगे,
अंधे इस शहर की खूबसूरती को निहारने लगेगे
उस दिन में भी तेरी हो जाऊंगी..!!
जिस दिन लोग दर्द मेरे समझने लगेंगे
मेरी शायरी नहीं मुझे पढ़ने लगेंगे
उस दिन मैं तेरी हो जाऊंगी
जिस दिन बेवजह लोग खुशियां बांटने लगेंगे
यूंही हर पल मुस्कुराने लगेंगे
उस दिन हां हां उस दिन मैं भी तेरी हो जाऊंगी-
मेरा चश्मा मेरी भीगी पलकें छुपा लेता है अक्सर l
भला कैसे कह दूं ,मैं परदे में महफूज़ नही।।-
कैसे कोई अपना future समेटेगा ,
यहां *present बिखरने की जिद्द लिए बैठा है* 😶
🙂-