मत झांकना अपने गिरेबान में जालिमों
मैं नहीं चाहती की तुम
अपने आप से नफ़रत कर बैठो-
लोगों के ऐब कुछ ज्यादा नज़र आने लगे हैं अब मुझे,
कि मैंने कुछ दिनों से अपने गिरेबाँ में झाँकना छोड़ रखा है।-
दूसरों के बारे में कुछ बोलने से पहले ,
तू खुद अपने गिरेबान में झांक ले,
किसी और कि गलती बताने से पहले,
तू अपने मुंह की ओर भी तांक ले...-
किसी का भरोसा तोड़ने
से पहले अपने अंदर के
गिरेबान में एक बार झाक
कर जरूर देख लेना कि
क्या जो 🫵तुम🫵 पर
आँख बंद करके भरोसा
करते हैं उनके आँखों में
तो बहुत आसानी से धूल
झोंक दोगे लेकिन ख़ुद से
और अपने ईमानदारी,
खुद्दारी,बफादारी,Etc.
से कैसे अपनी नजरें
मिला पाओगे या फ़िर
नहीं एक बार सोचना
ज़रूर...🫵🫵🫵
❤️🖤❤️-
थोड़ी नजरें ख़ुद के
गिरेबान में भी झाँक
कर देख लेना चाहिए
अब हर बारी ग़लत
सामने वाले ही हो
ये तो मुमकिन
हरगिज़ भी
नहीं ...
❤️🖤❤️-
किसी दुशमन ने ये इज्जत मुझे नही बक्शी अब तक
हमेशा दोस्त ही का हात पहोचा है गिरेबान तक-
गड्ढे में क्या झांकते हैं , आसमान में झांकें ,
है हिम्मत तो ज़रा अपने गिरेबान में झांकें ,
जो लोग उसके कपड़ो पर ऊँगली उठाते है ,
वो लोग एक दफा अपने खानदान में झांकें |-
Mujhko Bura Kahne Walon, Dekh Lo,
Ek Gireban Tumhare Andar Bhi Hai.-
Daamn temn athi sajnavkhu
Dushman khushyan dravkhu
Timha daag bas chaarn ath manz
Rouf na tha tim kar nav nu
دامن تمن اتھئ سجناوکھو
دشمن خوشین دراوکھو
تمئ ھا داغ بس ژھارن اتھ منز
روف نا تئم کرناونو-