Amrita Singh   (Gaury᭄࿐)
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Joined 29 June 2019


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Joined 29 June 2019
26 DEC 2021 AT 19:46

उम्मीदों में नहीं हौसलों में उड़ान होती है,

उम्मीदें होती बेजान हौसलों में जान होती है!

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12 DEC 2021 AT 19:55

हम उस भूमि में जन्मे हैं ,
जहां अतिथि को भगवान समझते हैं,
मातृभूमि को मां के समान समझते हैं,
और मां को ही अपनी जान समझते हैं,
यहां की विविधता को मान समझते हैं,
राम को अपना आराध्य समझते हैं,
हिंदुत्व को अपनी शान समझते हैं,
गुरु की बात को ही ज्ञान समझते हैं,
हां, हम ऐसी भारत भूमि में जन्मे हैं...

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24 JUN 2021 AT 12:52

जिसको मुझसे नफरत करनी है वो करे,
जिसको मेरी बुराई करनी है वो करता रहे,
जिसको जो भी सोचना है मेरे बारे में सोचता रहे,
जिसको जितना गलत बोलना है बोलता रहे ,
सबको खुश करते करते अब थक गई हूं,
मुझे अब कोई फर्क नही पड़ता कि कोई क्या सोचता है मेरे लिए...🤘🤘🤘🤘🤘😂😂😂😂

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22 JUN 2021 AT 13:14

ये दुनियां तुझे रुलाकर ; खुद को हंसाएगी,
फिर कुछ नया बताकर उसकी चकाचौंध में फंसाएगी,
और तू पागल फिर से उसे अपना समझकर अपनाएगी,
ये दुनिया फिर तुझे पीछे छोड़ बहुत आगे बढ़ जाएगी,
इस तरह खुद को पीछे देख तेरी आंखें भर आएंगी ,
ये दुनिया तुझे ऐसे ही बार - बार रुलाएगी ,
फिर भी तू चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पाएगी,
और तेरी जिंदगी ऐसे ही धीरे धीरे बीत जाएगी,
जब तू दुनिया को भूल खुद में ही खो जाएगी,
तो निश्चित ही जीवन में कुछ बड़ा कर जायेगी,
फिर आसानी से हर मुश्किल से लड़ पाएगी,
ऐसे ही इस दुनिया से लड़कर बहुत आगे तक जायेगी।

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19 JUN 2021 AT 10:57

हमें जो आसानी से मिल जाता है फिर हमें कहां उसकी कदर होती है,

जब वो तुमसे दूर हो जाता है तब फिर जिंदगी आंसुओं में बसर होती है...

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15 JUN 2021 AT 9:28

एक बार दूसरो से उम्मीदें खत्म करके तो देखो दिल को सुकून मिलेगा।

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14 JUN 2021 AT 9:12

हारने का मतलब सबकुछ खत्म होने से नहीं,

बल्कि जीत के लिए प्रयासरत रहने के जुनून से है।



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11 JUN 2021 AT 16:52

इंसान सिर्फ दिखावे के लिए जी रहा,
कोई दिखावा करता है माया का,
कोई दिखावा करता है काया का,
अब उसे हर रिश्ते में दिखावा ही भाया,
फिर भी उसने कहीं सुकून न पाया।

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9 JUN 2021 AT 14:39

क्यों कभी अपनों को बचाने के लिए गलत को सही मान लेते हैं,
क्यों कभी अपने सुख के लिए अपराध को सही मान लेते हैं,
क्यों कभी अपनी झूठी शान के लिए भ्रष्टाचार को सही मान लेते हैं,
क्यों कभी अपनी जीत के लिए दोष को सही मान लेते हैं,
आखिर क्यों करते हैं हम ऐसा ?

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6 JUN 2021 AT 8:56

Live ur life for urself not to others happiness,not bear all bullshit of fake people and side those people from own life because the more u tolerate, the more people will hurt u...

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