मर्दानगी का लिबास ओढे😡
जिस्मानी दलाल फिर रहे हैं
मानवता को ठोकर मारकर😤
हर जगह शैतान फिर रहे हैं
घोर कलयुग है छाया हर जगह😬
दिन-प्रतिदिन पाप बढ रहे हैं 😤
सोशल मीडिया की आड़ में
हजारों खूंखार छिप रहे है-
सुना है कोरोना के इस भयभीत माहौल में ?
एक मदारी निकला है तमाशा दिखाने ।-
The same people we find lecturing about seperation of crime, criminal and religion!
Now,
First it was Superstar's Son!
At second, "No one can jail Superstar's Son."
Accordingly, "Superstar's Adult Son is a Kid."
Then came, "Muslim Superstar's Son."
Following such, "Muslims being Targeted."
After that, "I Stand With Superstar."
To the awe, "Superstar is India."
Astonishingly, "India is no more because the Superstar is getting defamed."
फिर दलाल कहने से दिक्कत क्यों?
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कहां मर जाते हैं वह लोग जो कहते हैं
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
और हाथरस ऐसी दुष्कर्म घटना पर
शांत बैठे रहते हैं
शर्म करो राजनीति के दलालों 😔
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भारत का किस्सा भी अजीब है
यहाँ सरकारी काम कराने के लिए एक पढ़े लिखें व्यक्ति को दसवीं फेल दलाल का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि दलाल नेता का चमचा होता है..-
ये जो दलालों की बस्ती हैं इसका किराया क्या होगा
सुना हैं जो दलाल होगा वही इस बस्ती किरायेदार होगा
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Sometimes
We would like to suffering through wrong way.
That's road might be DALAL STREET.
😂😂😂-
बेच गयी मुस्कान मेरी, वो मेरी खुशियों की दलाल निकली..
समझ बैठा उसे खुशकिस्मती, ये खुदखुशी मेरा मलाल निकली..-
सरकार किसी की भी हो
निडर होकर उसकी कमियों
को
उजागर करना सबसे बड़ी
देशभक्ति है!
तलवे चाटने वाले देशभक्त
नहीं दलाल होते हैं!-
गाँव की अदालत
गाँवों की राजनीति अदालत में होने वाले न्याय से भी बदत्तर सी हो गई हैं।
पंचो की कूट नीति से जिसका जा रहा उसका जा रहा।
जो सच्चा है इंसान ,वो न्याय जहाँ न पा रहा।
दलाली सा बन गया इन वकीलो की वकालत तो,
सरपंच खुद को समझ रहा महाज्ञानी न्यायवादी हैं।
गरीब को जिसमें दण्ड मिला, उसमें अमीर
का कुछ न जाता हैं।
सबके लिए एक न्याय हो ,ये चाहो तो न कर पाता है।
आपके लिए गड्ढे खोदे और दूसरे को निकाल लाता हैं।
इंसान देख जहाँ हो न्याय, अमीर गरीब में फर्क करे।
ऐसी सुनवाई से अच्छी, मर्जी से करो खुद कि
इसी में अपनी भलाई हैं।
Writter-Poshan Patel
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