अस्तित्व पर जो कुछ प्रश्न किए,
उनका अस्तित्व आज कहा है!
यूं मिट गया था जो बाबरी पर्व;
हिंदुविरोधि के दिल में जगह है।
मिट गए यूनान, मिश्र, फारस,
पर सनातन सदियों से खड़ा है।
क्या संघर्ष, रक्त, मृत्यु, आपदा;
प्रभु श्री राम, बस हमारा है।
चलाई गोलियां, किया नरसंहार,
जुल्म की चाटुकारिता अपरंपर।
धर्म मर्यादा को करने सत्कार;
अयोध्या में बसे श्री राम सरकार।
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