अध्यात्म एक व्यक्तिगत यात्रा है
हर व्यक्ति के लिए इसका अर्थ अलग हो सकता है
"अध्यात्मिक होना हर किसी के वश की बात नही"
"Spirituality is not for everyone"
"नमो बुद्धाय"-
तुझसे मिलना , और मन का प्रेम से शुध्द हो जाना ,
जैसे हजारों साल पहले, गौतम का बुध्द हो जाना
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तुम्हारे रोने से आती हैं बारिश,
तुम्हारे मुस्कुराने से मुस्कुराते है बुद्ध
और आता है वसंत
तुम्हारा उदास चेहरा ईसु को दुखी करता हैं
और आता है पतझड़
तुम्हारे सिसकियों में सूफ़ी नाचते हैं
और कोयल भी सीखना चाहती हैं ये कला
तुम्हारी खुशबुओं
से तितलियाँ लेना चाहती हैं पुनर्जन्म
तुम्हारे दुःख के आँसू समुंदर रचते हैं
ओ साथी!
तुम सिर्फ़ प्रेमी नहीं।
तुम हरी–भरी प्रकृति के पिता
और नीले ईश्वर के परममित्र हो!
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Khud per vishwaas se,
Ahem k tyaag se,
Nishchal ho jainge ham,
Buddh ho jainge ham🙏
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देख जब लिया राह में वृद्ध,रुग्ण,मृत देह को,
तो जरूरी था मिटाना जीवन के संदेह को,
क्या है सत्य ,यह खोजने की सिद्धार्थ ने ठान ली,
बात भी जो सत्य थी अंततः वो बुद्ध बनकर जान ली,
परन्तु सिद्धार्थ से बुद्ध तक जाना कहां आसान था,
राज प्रसाद त्याग कर ,करना पड़ा वन में प्रस्थान था,
तुम तो बेशक चल गए,सहजता से रैन में,
अश्रुओं को छोड़ के,यशोधरा के नैन में,
व्याकुल था पिता तुम्हारा ,पुत्र भी नादान था,
सच कहो,सिद्धार्थ से बुद्ध होना कहां आसान था।
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बुद्ध, हम सब में हैं...
हर व्यक्ति में चेतना...उस चेतना में बुद्ध...
सर्वत्र आनंद...
आनंद में बुद्ध का वास...
लहरों में घुले हुए मिश्रित आँसू
सरिता का किनारा...
घने जंगल...
जीव-जन्तु
और तपोवन..
उन सब में बुद्ध...
राह की धूल
और हवाओं का गुनगुनाना
द्वार की खटखट और पथिक की आहट
उन सब में है बुद्ध का बसेरा...
बुद्ध तो अनंत हैं
पर कितना समझा है हमने बुद्ध को
बुद्ध हम सब में हैं पर कितना समझा है हमने खुद को
बुद्ध है तो जीवन है
जीवन का होना ही बुद्ध है
उन्होंने जीवन को ढूंढा
क्या हम जीवित हैं??
10-06-2013
#अंकिता
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तोड़ के सब बंधन की माया,
पवित्र हुआ अंतर्मन संग काया।
हर मोह से मुक्त है जो,
दूजा कोई नहीं सिर्फ बुद्ध है वो।-
हर मन में बिलखती है....
हर तरह की क्रुद्ध,
क्योंकि खुद को समझ बैठे है
पूरी दुनिया का प्रबुद्ध!
हो चुके है इस थोथी अहंकार से क्षुब्ध क्षुब्ध..
पर है जरूरत इस जहालत को फिर से करने की सुध बुध
ताकि हर मन हो जाए शुद्ध शुद्ध...
क्योंकि हम उस देश के है वाशिंद
जिसने पूरी दुनिया को युद्ध के बदले दिया
गौतम बुद्ध!!
Buddha purnima jayanti- 7 may
Kr. Kartiken-
आत्मा का परमात्मा से मिलन हो जाए
सार्थक फिर ये जीवन हो जाए
दुखों के अंबार से निकलने का
बुद्ध मार्ग से राह सुगम हो जाए-
भविष्य के सपने में मत खो,
अतीत से व्यथित मत हो,
वर्तमान में कर्मशील बनो।।(गौतम बुद्ध)-