Ankita   (©Ankita)
7.6k Followers · 139 Following

read more
Joined 17 April 2017


read more
Joined 17 April 2017
7 OCT AT 0:06

कई बार शब्द नहीं होते जबकि आपके भीतर कितनी सारी कहानियाँ होती है।
कितने सारे किरदार उनके संवाद सब आपके भीतर चलते रहते हैं।
फिर एक दिन वो कहानियाँं चुप हो जाती हैं आपके भीतर सारे किरदार मर जाते हैं ।
और फिर आप ढूंढते हैं बहुत बेचैनी से कुछ आपको पता नहीं होता आपको क्या चाहिए बस एक तलाश शब्दों की होती है।
शब्द मर जाए तो खुद को यकीं दिलाना पड़ता है जिन्दा होने का।

-


25 AUG AT 16:49

इस छोटी से दुनिया में एक बड़ी सी दुनिया हो तुम
मेरे इस सूनेपन में
एक हरा भरा सा द्वार हो तुम।

तुमको सोचे तो लगता हैं
ये मन वन सारा वहम है क्या
तुम तो चेहरा पढ़ लेती हो
माँ होना इतना सरल है क्या।

लोग कहते हैं माँ को
नहीं रुकना चाहिए
बेटियों के घर
और तुम कहती हो
ईश्वर के सामने सच्चे रहो।

ये वही लोग हैं
जिन्होंने पढ़ा कि लोभ लालच बुरी बला
लेकिन हद्द दर्जे के लालची हैं।

उन्होंने पढ़ी सारी अच्छी बातें
लेकिन अमल नहीं किया।

इन्होंने इस बारे में कहीं नहीं
पढ़ा पर धारणा बना दी
कि मां बाप को बेटियों के घर नहीं रहना चाहिए।

जैसे कि बेटियों को कोख में पाला नहीं जाता हो
वो आ जाती हूं इस दुनिया में अपने आप।

-


1 AUG AT 9:40

मैत्री में यदि करुणा कि भावना आ जाए तो फिर मित्रता मरने लगती है।
मित्रता का भाव ही यही है कि सामने वाले मनुष्य को ठीक वैसे ही स्वीकार किया जाए , प्रेम किया जाए जैसा वो है।
मनुष्य गलतियों का पुलिंदा अपने सर पर ढ़ोते हुए चलता है छोटी सी भूल होती है और वह नीचे गिर पड़ता है।
मित्रता वह है जो उस पुलिंदे को उठाकर फेंक दे ना कि सदैव ये याद रखे कि एक भूल की वजह से वह गिर पड़ा था।
ना तो यह कि हाय बेचारा सही से अपनी गठरी नहीं लेकर चल पा रहा।
मित्रता सहयोग की भाबना है प्रतियोगिता की नहीं।

-


22 JUN AT 10:06

ख्याल अब नहीं रहे पहले से
सवाल अब नहीं रहे पहले से
सवाल ये कि ज़िन्दगी क्या है
मलाल ये कि ये ज़िन्दगी क्या है?

-


27 JAN AT 2:50

लिखेंगे किताब एक दिन हम भी
ज़िन्दगी के पन्ने तो नए होने दो!

-


24 NOV 2024 AT 15:33

जीने वीने की ये बातें
हँसने रोने की सौगातें
सब बातें हैं
क्या मतलब है?

कोई गया है कोई यही है
कोई है सबकुछ
कोई कुछ भी नही है
पर सब बातें है
महज बातें है
इन बातों का क्या मतलब है?

किसी का जीवन प्रेम है
कोई खालीपन से भरा है
कोई एकाकी सा ही सुखी है
इन बातों का क्या मतलब है?

हम सोचे तो हजार है बातें
ना सोचे तो सब बेमानी
जीवन एक ऐसी ही शय है
कभी है सब तो कभी बेमानी

-


19 NOV 2024 AT 10:31

तुम जब हंसते हो
मैं बेहद खुश हो जाती हूं
मुझे तुम्हारे हंसने का कारण पता नहीं होता
मैं जानना भी नहीं चाहती
मैं बस देखती हूं तुम्हें हंसते हुए
और खुद भी तुम्हारे साथ मुस्कुरा देती हूं।

अचरज भरी तुम्हारी निगाहें
जब चारों तरफ देखती हैं
तो मैं सोचती हूं
कि काश मैं तुम्हारा मन पढ़ पाती
तुम्हें बता पाती कि ये दुनिया
मुझे तुम्हारी इन बड़ी - बड़ी आंखों में
दिखती है।


तुमसे पहले प्रेम का मतलब केवल मैं रहा
मेरा मैं अब मां में परिणत हो गया है।

-


16 NOV 2024 AT 10:25

एक घर था और घर क्या कुछ लोग हुआ करते थे
एक रस्ता था जिसपर रोज का आना जाना था
कुछ दुकानें , इमारतें और कुछ पेड़ थे
जो खड़े रहते थे चुपचाप पर अपने से लगते थे।

इन कुछ बरसों में घर तो अभी भी है
लोग नहीं रहे।
रास्ता अब भी है पर आना जाना नहीं रहा
वो दुकानें अब कॉम्प्लेक्स हैं
वो इमारतें अपार्टमेंट्स
पेड़ का नामो निशान भी नहीं है।

एक शहर था जो कभी अपना था
अब एक शहर है जिसे अपना बनाने की कोशिश ताउम्र रहेगी।

-


2 JAN 2024 AT 10:20

कुछ नए लम्हें फिर आयेंगे
खुशियों की गठरी फिर खोली जाएगी।
बीते साल की कसक फिर भी मन के इक कोने में दबी रहेगी,
कुछ रंग बिखेरे जायेंगे
समय के साथ लगेगी रेस फिर से
जीवन की पटरी पर फिर से ये नया कैलेंडर चल पड़ेगा।

-


13 DEC 2023 AT 21:57

जाने वाले अपने पीछे
छोड़ जाते हैं कितने ही काश
अफसोस उमर भर का
चलती हुई सांसों का पश्चाताप
जीने की इच्छा ना होते हुए भी
जीने का जद्दोजहद
जाने वाले तो चले जाते हैं
ले जाते हैं एक हिस्सा उनका भी जो रह गए हैं।

-


Fetching Ankita Quotes