हम यहाँ तुम्हारे लिए रोते हैं
और तुम वहाँ किसी और के साथ हँसते हो 🤭-
दुखता है थोड़ा थोड़ा कभी ,
किसी के इंतजार में रोज
खुद को जाया करना 🤪
कभी कभी सोचता हूँ
हमको क्यों नहीं आया
किसी को अपना बनाकर पराया करना 🙃❣️
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मुझसे बात करने वाले लोग हैं
पर मुझसे मेरी बात करने वाला कोई नहीं 🙃❣️
इक अरसा हुआ ये msg किए किसी को रात में
"जाग रही हो अब तक आज सोयी नहीं "🙃❣️
फिर किसी से क्या उम्मीद करे
जिससे उम्मीदें थीं अब वो ही नहीं 🙃❣️
हँसता बहुत हूँ मैं खिलखिलाकर
इसका मतलब ये नहीं कि मेरी आँखे रोयी नहीं 🙃❣️
सागर की लहरें लौट गयी किनारे से आके
चट्टानें किनारे पर थी मिट्टी से सनी हुयी
आके किसी लहर ने कभी धोयी नहीं 🙃❣️
बस उम्र गुजर जाती है यूं ही सुबह शाम के दरमियां
किसी ने सांसो से पूछा जिंदगी का फलसफा
वो बोली जी बस साँसे चलती है जिंदगी तो अभी तक होयी नहीं 🙃❣️
फिर सोचता हूँ माफ़ी मांग लूं खुद के type type करते थके हुए हाथों से
कोशिश तो बहुत की मैंने कविता छोटी करने की
फकत आलम ये रहा की चाहके भी ये छोटी होयी नहीं 🙃❣️🤪-
दोस्त कहने से कोई दोस्त हो तो नहीं जाता
जो दोस्त होता गर सच में कोई
तो वक्त के साथ खो नहीं जाता 🙃❣️-
जिंदगी की धूप में
वो बादल की छांव सी है
वो कितनी है कब तक है साथ में
ये इल्म तो नहीं
पर जब तक भी है
किसी ख्वाब सी है
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नहाओ और खा पी के सो जाओ 😂
( खुद सोओ औरों को भी सोने दो 😂आलस परमो धरम:🤭)-