ये दर्द से भरी आहटें,
कभी कह भी दो बेदर्द नहीं हूँ मैं...-
کوئی درد سے کہتا ہے ، کوئی درد میں رہتا ہے۔
جسے درد تو دیتا ہے، اسے بےدرد بھی کہتا ہے۔
Koie dard se kehta hai, koie dard mein rehta hai.
Jise dard tu deta hai, ussay be-dard bhi kehta hai.-
Es qadar chahat thi unse,
Unki Chahat Me khud ko Bhula Baithe The..
Aur Unke Fareb Se Bhi Mat kha Baithe The...
Hamari Chahat Ka Aandaja Es Bat Se Lga Lena,
Ham To Ek Bedard, Bewafa Se Hi Dil Lga Baithe The....-
वो मिलते हैं पर मिलके बात नहीं करते
मेरे हमनशी मुझसे मुलाकात नहीं करते
वो कहते हैं मेरे इश्क के सैलाब को तो देखो
फिर भी उस सैलाब का इक कतरा मेरे नाम नही करते-
Ye duniyaa to bohot bari Hain...
Mera zaahan to Chota sa Hain.
Ye bedard duniyaa mein..
Mera Dil to mausum sa Hain...
Itni sor Hain charoaur..
Par Mere Ghar mein sannata hain..
Kisse sikayat kare..
Kispe bharosa kare..-
Ki jinhe hum samajtay thay apna hamdard.....
Wo najaane kab bedard ho gyay...-
हाय यह इश्क़ भी, बड़ा ही, बेदर्द है
आँसूओं से भरा हुआ, कैसा यह मर्ज़ है
हाँ पाना मैं, जिस को, चाहता हूँ
चाहत में उस की, फिर भी दिल, मस्त है
हाय यह इश्क़ भी, बड़ा ही, बेदर्द है
🎸🎶
ना रो सका हूँ, ना कह सका हूँ
जुबाँ पे ताला, बहुत ही, सख़्त है
रूह का मेरी, यह कतरा कतरा
दीवारों में इस की, हाँ जब्त है
हाय यह इश्क़ भी, बड़ा ही, बेदर्द है
🎸🎶
आग से मैं अब, हाँ रोज ही खेलूँ
अंगारों पे चलना, ही मेरा, फ़र्ज है
वफ़ा भी करके, ना पा सका, मैं उस को
ऐ ख़ुदा, तू ही बता, ये कैसा, कर्ज़ है
हाय यह इश्क़ भी, बड़ा ही, बेदर्द है
🎸🎶
मिटने ना दूँगा, मैं चाहत को अपनी
प्यार यह मेरा, बस तुम्हीं पे, हाँ फ़क़त है
वफ़ा का दूँगा, यह इम्तिहाँ है, जो बाकी
जब तक ना आएगा, मिलन का, वो वक्त है
हाय यह इश्क़ भी, बड़ा ही, बेदर्द है
🎸🎶
Sun💕L ⭐An🎵Prerna🖋️⭐-
ख्यालों में इस कदर यार मत आया कर,
आते भी हो, तो जुल्फे मत बिखराया कर।
बूंदे जुल्फो में तेरी, मोती से लगते है मुझे,
झटके से इन मोतियों को मत गिराया कर।
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ये अधूरे इश्क कि बारिशें वो मंजर कर जाती हैं
दिल की उपजाऊ मिट्टी को बंजर कर जाती है-