ये मुसल्सल रात कभी तो ठहरती होगी
एक झलक के लिए कभी तो तड़पती होगी
गुजारती होगी हर शाम तन्हाई_ए_आलम में
उनको पाने के लिए कभी तो मचलती होगी-
I'm medical student 🧑⚕️💉🩺
I love music 🎶 and I love sing a s... read more
मुरीद_ए_इश्क
मुरीद बनती गई उस शख्स की मैं हर दिन
क्यूं की मोहब्बत में उस की खलल न दिखी-
*" आशियाना "*
ना बनाता हैं कोई मोहब्बत का फसाना
खुद ही बन जाता हैं दिल_ए_आशियाना-
वो मिलते हैं पर मिलके बात नहीं करते
मेरे हमनशी मुझसे मुलाकात नहीं करते
वो कहते हैं मेरे इश्क के सैलाब को तो देखो
फिर भी उस सैलाब का इक कतरा मेरे नाम नही करते-
शाख से पत्ते टूट जाएं तो कैसा लगता हैं
हमारे अपने रूठ जाएं तो कैसा लगता हैं ,
इक ख्वाब सजा के रखा हैं कई मुद्दातों से
ओ ख्वाब ही बिखर जाएं तो कैसा लगता हैं ,-
इन आंखों में जरा सी नींद तो आने दो
इन आंखों में मुझे ख्वाब तो सजाने दो
दीदार भी होगा और प्यार भी होगा
जिसका इंतजार हैं ओ हसीन रात तो आने दो-
सितम_ए_इश्क
मोहब्बत में कभी जिक्र_ए_जुदाई मत करना
उनकी नजरों से कभी बेवफाई मत करना
हंस के सह लेना उनके मोहब्बत भरे सितम
मोहब्बत में मोहब्बत भरी रुसवाई मत करना-
महकी महकी सी शामों में हम अक्सर बहक जाते हैं
दरअसल ये दस्तूर_ए_नशा तेरे इश्क का जो हैं-
दिल की हालत हैं कैसी आ तुझे मैं बताऊं,
धड़कनों की सदाएं आ तुझे मैं सुनाऊं ,
की यूं बेवजह ना खफा हो मेरे हमनाशी,
तोड़ के दिल के टुकड़े आ तुझे मैं दिखाऊं,-
दरम्यान मेरे दिल के क्यूं नहीं आते,
रूबरू इन सांसों से क्यूं नहीं कराते ,
कमबख्त फांसला जो दरम्यान बेवजह हैं,
कश्मकश उलझन इस दिल की क्यूं नहीं सुलझाते,-