बदलाव
नए जमाने का नया दौर है साहब,
खुद में बदलाव लाना ही
बदला लेना है।-
अपने चेहरे पर सदा मुस्कान रखना
वक़्त के साथ खुद को भी बदलना
जिंदगी के हर पल को दिल खोलकर जीना
अगर कोई साथ नजर न आये...
तो शिशे के सामने खड़े होकर
अपने होठों की प्यारी मुस्कान को देखना...😊😊😊-
बदलते लोगों को उगते सूरज को सलाम करते देखा है,
मैंने तो वक़्त को भी अपना बयान बदलते देखा है..-
घर की जिम्मेदारीयों की खातिर
मैं अपने वक़्त को बेचने लगा हूँ
और शायद अब मैं बड़ा हो गया
लोग क्या कहेंगे ये सोचने लगा हूँ-
तुम्हारा शुक्रिया
कैसे अदा किया जाए
सफलता तो मिल गई है मुझे
चलो अब बदला लिया जाए
पर बदले तो बच्चे लिया करते है
क्यों ना अब बदलाव लाया जाए
अब तक तुम हंसते थे मुझ पर
अब अच्छा बर्ताव कर के तुम्हे
तुम्हारी गलती का अहसास कराया जाए-
एक हम, बेक़सूर वारदात की तरह, टस से मस नहीं हुए,
और एक वो गवाहों के बयानों की तरह बदलते चले गए...-
मेरे नजर से जिन्दगी में बदलाव सही है,पर
इतना भी न बदलना चाहिऐ,
कि तुम्हारे चाहने वाले गिरा(घमंडी़) हुआ समझने लगें।-
धुंध तो छट जाए शायद,
पर ये वक्त कब बदलेगा!
बेहोशी में डूबा समां है,
क्या पता होश कब संभलेगा!
हौसले को थाम कर,
कई अर्शों से हिम्मत रखी है।
इस गुजरते पल में,
ना जाने हालात कब बदलेगा!
नए दौर का कानून है,
सूरत बदलने की कोशिश है।
जो खो गए थे कभी तूफान में,
क्या पता उनको आशियाना कब मिलेगा!
ये जीत की दौड़ है,
कामयाबी तक पहुँचना है!
सियासी भरे रास्तों में,
किसको पता शिखर कब मिलेगा!
धुंध तो छट जाए शायद,
पर ये वक्त कब बदलेगा!
बेहोशी में डूबा समां है,
क्या पता होश कब संभलेगा!-
मैंने बहुतों को झूठी तारीफ करते देखा है...लेकिन आपकी कमी बताने वाले किस्मत से मिलते हैं...जब ऐसे लोग मिलते हैं तो फिर आप हर पल सुधरते हैं...
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