हमें यूं बार बार आजमाया ना करो
दिल कभी कभी दिमाग के सामने हार जाता है।-
हमें तमीज़ बताने वालों कभी अपने गिरेबाँ में भी झाँक लो,
उम्मीद-ए-माफ़ी रखने वालों कभी ख़ुद भी माफ़ी मांग लो।।
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खुद्दारो का बस अंदाज़ यहीं, रेतों को बेशक बूंदों की आश नहीं,
श्मशानों को लाशों की अरदास नहीं, पत्थरों के होते जज़्बातों नहीं,
ये तो बस हमारी शराफ़त हैं, जो कभी माफ़ी मांग लिया करते हैं;
वर्ना हमसे बेवजह माफ़ी मंगवा सके, इतनी औकात की भी औकात नहीं ।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag-
कुछ इस तरह, सुकून-ऐ-जिन्दगी हासिल कर ली,
किसी को माफ कर दिया, किसी से माज़रत कर ली।-
जो व्यक्ति दूसरों को क्षमा कर देता है,
वह अपने जीवन को सरल कर लेता है।
क्षमा भी एक प्रकार का दान है, और क्षमा करने वालों को पुण्य यह करता प्रदान है।
क्षमा करने वाला अपराध को कम कर देने जैसा पुण्य कमाता है, और आत्मा से सारा बोझ उतार देता है।
मनुष्य का मन फूल की भांति खिल जाता है, समृद्धि साईं नाथ जी से यही प्रार्थना करती है, प्रत्येक व्यक्ति जीवन में क्षमा दान अपनाए यही सब से कहती है।-
Ek wqat wo tha jab hum sirf Allah se mohabbat karte the,
Jab zindagi itni hasin, hoti ti ki mano jaanat,
Aur jab se in insano se mohabbat hovi hai,
Mano Zindagi dozak se bhi buri hogayi hai,
Ya Allah mujhe maaf Karna, neki ke raste pe chal ne ki taufik dena...-
गुज़रे लम्हे गुज़रे लोग आश्ना मिले बहुत
पर ना मिला तुम महताब सा कोई और
तुम जो गए ,रुसवा हो गए हम सबसे
मिले लोग बहुत पर मुस्तकिल हुए तुम्हीं पर
याद है मुझे आज भी हमारी पहली मुलाकात
वो टपरी की चाय ऊपर से बरसात
माजी नहीं छूट रहा मुझसे अभी तक तो
तू ही बता तुझसे करू गुफ्तगू कैसे
निगाहें तुम्हारी मुसलसल थी हम पर
महरूम खड़े थे हम चाय में डूबे जैसे-
गलती और धोखे में बहुत फर्क़ होता है ,
गलती को बार बार माफ़ किया जा सकता है,
पर धोखे को नहीं।
Tanu-