फिर वही यादें, वही गलतियां , वही घुटन
क्या मैं खुद को भूल नहीं पाई अभी तक-
जॉब नहीं तो जॉब वाला सही😁
Just joking .....
Serious hoti nhi ....
Hoti hu t... read more
चेहरे में सकूं है जिसके
लबों पे गहरी खामोशी कभी
आंखों में चमक है जिसके
दिल में शांत गहराई कभी
इश्क बेइंतहा करता है मुझसे
ना होने देता रुसवाई कभी
बड़े सा गुस्सा करता है तो
बच्चों सा रूठ जाता है कभी
आज जन्मदिन है उसका
की लगा दूं उसे मेरी भी उम्र
बहुत प्यार करती हूं तुझे
ऐ हमसफर मेरे हमसफर❣️
-
यूं छोड़ के चले गए हमे
ज़रा अपने पिता के बारे में ही सोच लेते
पत्नी नहीं थी उनकी अब दुनिया में
तुम ही सहारा बन लेते
शायद रही हो कोई मज़बूरी
या किसी ने किया हो ये
पर अब क्या हो गया सब ख़तम
अब तुम कभी ना आ पाओगे।
-
डूबे है तेरे इश्क में
पर नहीं जाते तेरी गली में अब
तुझे भूल जाए कैसे
सांसे प्यारी हमे भी तो है हमारी
होते मेरे अकेला है तू
मेरा होना इस जहां में फिर है क्या
बेफिक्र तो दिखावा है बस
तेरे सिवा इस दिलों में और है क्या
आंखों ने मेरे घेरे छा गए
मुझे ने तेरे सिवा और है ही क्या
-
शहर अपना अब रहा ही कहा है।
कभी तुम चले जाते हो कभी हम
चमक इस शहर की तेरे आने से होगी
रौनक इस चेहरे पर तुझे पाने से होगी-
"जिंदगी" में कुछ कमी सी रहती है
इसलिए आंखों में हर वक्त "नमी" रहती है
"फ़ुरसत" के पलों में जी लेना मुझे कभी
मुस्लसल मेरी "निगाहें" तुझ पे लगी रहती है
"हवाओं" के रुख बहते है वहां से यहां।
इन हवाओं मै बस तेरी ही "महक" रहती है
"आगोश" में तुम्हारे आ जाए अब तो बस
जीने कि तमन्ना, भी इसी "आश" में रहती है
"बेरुखे" हो गए खुद से ही, हम आज कल
शायद जिंदगी में "जिंदगी" की कमी रहती है-