मुझे आदत है सब्र की, मैं तो सब्र कर लूंगा
हां मगर मेरा सब्र तुझे चैन से जीने नहीं देगा-
Proudly An Indian Muslim Turk
Location: Invisible To Human Eye
Kno... read more
अर्ज़ किया है कि तेरा गुरूर भी लाज़मी है मेरी जान
तू पसंद ही उसकी है कि जिसकी कोई पसंद ही नहीं-
वो मुझे छोड़ देगी
पहले से यकीन था मुझे
बस नादान दिल उनपे आ गया
फ़िर उन्होंने मेरा यकीन नहीं तोड़ा-
उसे तो कोई और मिल ही जाएगा
मेरी ज़रूरत भला उसे क्यूं रहेगी।
मुझे ख़त्म कर देगी अपने जहां से
फ़िर उसे लेके नई दुनिया बनाएगी।-
कुछ और नहीं बस तेरी यादें हैं
ये जो तन्हाई में ख़ुद से बातें हैं
तुझे पता होगा फ़र्क दिन ओ रात का
मेरी ज़िन्दगी में तो बस रातें ही रातें हैं
अब कम हो गया मिलना जुलना भी
मंजिलें भी आधी अधूरी मुलाक़ातें हैं-
मेरे वजूद को अक्सर छोटा बताने वाले
खुद ही मिट गए आज मुझे मिटाने वाले
मैं तो मुश्किलों को करता रहा दरगुज़र
उनमें ख़ुद ही फंस गए मुझे फंसाने वाले
मेरे इश्को-आशिकाना मिज़ाज से गाफिल
मुझे ही पागल समझते हैं ये ज़माने वाले
कोई भी मेरे साथ यहां तक चल ना सका
के बहुत आए बहुत गए वादे निभाने वाले
हां मैंने ही छोड़ दिया करना ऐतबार उनका
यूं आज़ भी मिलते हैं हंसा कर रुलाने वाले
बहुत रोया उनसे करके मौहब्बत भी हयात
झूठे ही निकले दिल चीर कर दिखाने वाले
कोई नहीं आया जो कि समझ पाता मुझे
आते जाते रहे हैं हज़ारों आज़माने वाले
अपने इक रेशे पर भी मुझे हक़ ना दे सके
मेरी ज़मीं से आसमां तक हक़ जताने वाले-
अपने जब धोके देते हैं तो
किसी पर यकीन नहीं हो पाता है।
भले ही कोई सच्चा हो
पता भी कि सच बोल रहा है
फ़िर भी टूटा हुआ यकीन
कभी वापस नहीं बन पाता है।-
एक रोज़ तुझे याद मेरी आएगी जाना
ख्वाब जब टूटेगा तू पछताएगी जाना।
वो तेरा दिल दुखाएगा ताने भी मारेगा
हां, बेमौत ही तू मारी जाएगी जाना।
मुझे ग़म मिलेंगे मैं तो सब्र कर लूंगा
तू बड़ी नाज़ुक है बिखर जाएगी जाना।
तेरे लिए कोई इक आंसू भी न बहाएगा
और तू मेरे लिए दिन रात रोएगी जाना।
मेरे लिए तू रही मेरी 'हयात' से बढ़ कर
उसके लिए रखैल तू बन जाएगी जाना।-