हिंदी दिवस पर एक कविता...
अंग्रेजी में नंबर थोड़े कम आते हैं,
अंग्रेजी बोलने से भी घबराते हैं,
पर स्टाइल के लिए पूरी जान लगाते हैं,
क्योंकि हम हिंदी बोलने से शर्माते हैं।।
एक वक्त था,
जब हमारे देश में हिंदी का बोलबाला था,
पापा की आवाज में भी सुबह का उजाला था,
उस पापा को अब हम dad बुलाते हैं,
क्योंकि हम हिंदी बोलने से शर्माते हैं।।
देश आगे बढ़ गया, पर हिंदी पीछे रह गया,
इस भाषा से अब हम नजर चुराते हैं,
क्योंकि हम हिंदी बोलने से शर्माते हैं।।
माना, अंग्रेजी पूरी दुनिया को चलाती है,
पर हिंदी भी तो हमारी पहचान दुनिया में कराती है,
क्यों ना अपनी मातृभाषा को फिर से सर आंखों पर बिठाए।।
आओ हम सब मिलकर हिंदी दिवस मनाए...!!
हिंदी दिवस समारोह....💐💐💐-
हिंदी दिवस…
क्या केवल आज के दिन शुभकामनाएं देने मात्र से हम लोग पूरे साल की महत्वपूर्णता को पूर्ण कर पा रहे हैं…?
हम सब की मातृभाषा हिंदी को केवल आज के दिन ही नहीं वरन रोज़ के बोलचाल एवम अपने व्यवहारिक उपयोग में लाएं तब जाकर कहीं हम थोड़ा कर्ज़ उतार पाएंगे…
अंग्रेजी हमारे पूर्ण व्यक्ति होने का परिचय देती है तो हमारी मातृभाषा हिंदी हमें हमारे पूर्ण व्यक्तित्व का परिचय कराती है कि हम वास्तव में हैं क्या…?
अंग्रेजी बोलने से कोई अपने आप को स्मार्ट एंड माइंडेबल तो प्रदर्शित कर सकता है लेकिन वास्तव में हिंदी बोलकर अपने पूर्ण जीवन के सार को व्यक्त कर सकता है कि हम क्या हैं, कैसे हैं और क्यों हैं…?
अतः आप लोगों से निवेदन है कि केवल आज के दिन ही नहीं वरन हमेशा ही हम सब हिंदी के प्रचार प्रसार में सहयोगी बनें औऱ अपनी मातृभाषा हिंदी को एक अनन्त उचाईयों तक ले जाने में एक छोटी सी भागीदारी प्रदान करें…
#हिंदी_दिवस_की_हार्दिक_शुभकामनाएं-
"हिंदी" भाषा "अनेकता" में "एकता"
को स्थापित करने की सूत्रधार है।।
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🌺14 सितम्बर हिंदी दिवस 🌺
⚘पर समस्त हिंदी प्रेमियों को⚘
💐💐 हार्दिक शुभकामनाएं💐💐-
ऊच नीच को नहीं मानती हमारी हिंदी
इसलिए न तो कोई उसमे कैपिटल अक्षर
होता है और न कोई स्माल
साथ ही आधे अक्षर को सहारा देने
पूरा अक्षर हमेशा तैयार रहता हैं....!!-
तू एक शब्द पर लगी
सिर्फ बिंदी ही नही
बल्कि तू इस देश की एक प्यारी सी
खिलती सी सूर्य की रोशनी वाली हिंदी है
हां , हम भूल रहे हैं
तुझे थोड़ा थोड़ा
पर तू हमारी संस्कृति की
श्री वाणी सी मिली हिंदी है
-
हिंदी है हम हिंदुस्तान में रहते है।
पर फिर भी हिंदी बोलने से कतराते है।
यही तो हमारी निज भाषा है।
इसका हर समय सम्मान करेगें।
हिंदी को सब हिन्दुस्तानी के दिल की भाषा बनाएंगे।
आज के दिन नहीं बल्कि हर दिन इसका सम्मान करेगें।
हर साल स्कूल कॉलेज में मनाया करते थे इस दिन को
धूम धाम से।
पर क्या करे अभी तो वो सब भी बन्द है।
फिर भी हम सब इस दिन को घर में रहकर ही मनाएंगे
खुद भी हिंदी बोलेगे और दूसरों को भी सिखाएंगे
विश्व हिंदी दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई।
🙏🙏-
जिस भाषा मे पहला अक्षर लिखा,
वो है हिंदी|
खुद से दुसरो से जोड़ने का माध्यम,
वो है हिंदी|
अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम,
वो है हिंदी|
जिस भाषा मे वेदो पुराणों का अर्थ समझा,
वो है हिंदी|
ज्ञान का भंडार,
वो है हिंदी|
जीवन का मूल सार
वो है हिंदी|
हमारी पहचान, हमारा परिचय,
वो है हिंदी|
हम है हिंदी|-
हिंद के संदर्भ में,
हिंदी में पद गुनगुनाकर
मधुमय बोल लेना तुम.
हृदय के बंद दरवाजे के
पट को खोल लेना तुम.!!
निज अक्श को पहचान कर,
निज भाव अंतर डालकर.
हो राष्ट्र की गरिमा अखंडित,
यह ठान लेना तुम.
न बाधा इस डगर में हो कभी,
राहें न कभी कंकीर्ण हों
शब्दों को अपने भावों से,
श्रृंगार करना तुम.
कि मधुमय बोल लेना तुम.
हिंद के मस्तक में शोभित,
गर्व के इस ताज का,
हिन्दी की बिंदी लगा
गुणगान करना तुम.
हिन्द के इस ताज पर,
अभिमान करना तुम .
हिंद के संदर्भ में,
हिंदी में पद गुनगुनाकर
मधुमय बोल लेना तुम.
हृदय के बंद दरवाजे ,
के पट को, खोल लेना तुम.
- सरिता गुप्ता "आरजू" घरघोड़ा रायगढ़ छत्तीसगढ-