"अभिलाषा और अभिलेख"
टूटने के लिए ही होती हैं।।-
एक शख्स था,
जो हमारा हो कर भी हमारा न हुआ..
हम जैसे प्रेमी तो तैयार होते हैं,
सबकुछ लुटाने को..
मगर फिर भी उसे ,
हम पर ऐतबार न हुआ....
उन्होंने कहा कि - क्या हुआ,
दिल ही तो टूटा है...
अब क्या बताए उन्हें कि,
एक शख्स उनके इश्क में तबाह हुआ..-
कुछ इस कदर ,
हमने उनसे इश्क निभाया है...
अगर किसी ने पूछा है हमसे, इश्क क्या है?
तो इस जुबां बस,
तेरा ही नाम आया है🩷-
सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग
आजी, लोगों का काम है कहना,
जो भी है करना ,खुद से है करना ...
उन विफलताओं को अकेले ही है सहना...
तो क्यूँ दुनिया की सुनना......
खुद से प्यार करो, खुद पर जाँ निसार करो
क्यूँकि, अंत में सबको अकेले ही रहना...-
कुछ भी कर जाएँगे, आपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे
कोशिश सफलता पाने की, असफलता से नहीं डरेंगें,
लोगों के नजरिए को बदलने का प्रयास करेंगे
निश्चित उस-
Jitni siddat se mine ,
Intejaar kiya tmhra....
Sayad tmhe b ,
Utna hi intejaar h hmara..
Agar siddat dono or ho,to,
Khuda kubul kre ishq hmara❤-
तुझे हर खुशी दिलाऊँगी,तेरे लिए कुछ भी कर जाऊँगी।
तू चाहेगा तब भी तुझसे दूर न जाऊँगी,अब बस तेरी हो के रह जाऊँगी।।❤-
Koi hme tut kr chahe,
Hm Itne khus naseeb ni...
Aur hm ne jise chaha,
Us k sath juda hmara naseeb ni..-
ख्वाब भी सजेंगे,
मन्नतें भी पूरी होंगी.
तुम साथ दो, तो,
नींद भी पूरी होगी.❤-