शादी से पहले जो लड़की सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है,
शादी के बाद उसी लड़की का कोई महत्व नहीं रह जाता ।-
1. बदल रही हूं मैं आजकल थोड़ा - थोड़ा,
फक़त समा ही बदल रहा है थोड़ा ... read more
इतवार के कई मसले हैं,
बाकियों के लिए आराम और
गृहिणी के लिए काम के मसले हैं,
हर बार इंतजार में बीतता है पूरा सप्ताह इतवार के,
सच कहूँ तो, इतवार के ख़्वाब ही अच्छे हैं।
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सुनो,
तुम बस मौन ( खामोशी ) की भाषा धारण कर लेना,
मैं तुम्हारे अंतर्मन के भाव समझ जाऊंगी ।
क्योंकि जो शोर मौन में है,
और जो समझने की शक्ति मौन में है,
वह शोर, वह शक्ति,
मुझे इस नश्वर कलकल में कभी सुनाई नहीं देती ।
ये नश्वर कलकल मात्र दिमाग की शीतलता को,
नष्ट करने का काम करता है ।
इसलिए यदि तुम मौन ( खामोश ) होकर भी मुझे अपनी भाषा समझाओगे,
तब भी मैं तुम्हारे भाव समझ जाऊंगी ।-
कहीं न कहीं एक नई प्रेम कहानी पल रही है
हम माने या न माने मगर दुनिया बदल रही है-
देखते ही देखते ये साल भी गुज़र गया
मुस्कुराने का या गमों के बहानों का लम्हा भी गुज़र गया
कुछ खुशी, तो कुछ मुसीबतों का फ़साना था ये साल
अब पुरानी शिकायतों का वो ज़माना भी गुज़र गया
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मैंने अक्सर इश्क़ को
बे'मुकाम होते देखा है
लेकिन फिर भी मैंने अपनी बारी में
एक मुकम्मल मुकाम चाहा है
( पूरी रचना अनुशीर्षक में ✍🏻 )-
इश्क़ करना हमारे बस में नहीं,
लेकिन उसे छुपाना तो हमारे बस में है ।
एक अदद मुलाक़ात भले ही हमारे बस में नहीं,
लेकिन बिन मुलाकात उन्हें महसूस करना तो हमारे बस में है ।
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उस दूर तलक
दरिया के उसपार
उगते सूरज संग
तकता बैठा है कोई
मैं यहां फिरता,
इठलाता अपनी तकदीर पर
कि मेरा भी फुरसत से
इंतजार करता है कोई
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