If poets can be national leaders,
poets can be startup leaders too.
Thanks for instilling the faith, Atal ji.-
कहीं टूटा पुल, कहीं दरकती दीवार देगी
नाम पर तरक़्क़ी के यही सरकार देगी।
मैं बच भी जाऊँगा गर खुदकुशी से
हुक़ूमत किसी हादसे में मार देगी ।।-
हम तो सिर्फ़ बातें करते हैं,
अपने "valentine" के लिये "जान" देने की l
हमारे जवानों नें अपनी "महबूबा" के लिये,,
"जान सच में दे दी" ll-
जिनके सिंहनाद से सहमी धरती
रही अभी तक डोल
कलम, आज उनकी जय बोल
जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर
लिए बिना गर्दन का मोल
कलम, आज उनकी जय बोल
जल-जलाकर बुझ गए किसी दिन
माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल
कलम, आज उनकी जय बोल-
मां के आंचल में रहते हुए वो बेटा चलना सिख गया
हाथ में लेकर बंदूक वो बेटा लढ़ना सिख गया
सर पर बांधकर कफ़न वो बेटा मरना सिख गया
तिरंगे में लिपटकर वो बेटा देश के लिए शहिद होना सिख गया !-
प्रेम में मरते तो बहुतों को देखा होगा,
पर प्रेम में शहीद कुछ जाँबाज़ ही होते हैं-
तिरंगे के साथ हम निकल पडे आज हिंदुस्थान की आज़ादी के लिये,
दुश्मनो को खत्म कर के हम चले इस देश का भ्रष्टचार मिटाने के लिये,
तिरंगा लेकर हम साथ चल पडे आज़ाद हिंदुस्थान का नारा लगाने,
दुश्मानो को हमने घसीटकर निकाला इस जहाँ के मान के लिये,
तिरंगे के साथ हम निकल पडे डिजिटल इंडिया को नया देश बनाने के लिय,
साक्षर भारत हमारा सपना था हम निकले भारत को मुक्त करने,
तिरंगे के साथ हम निकल पडे इस देश पर होने वाले अत्याचार मिटाने के लिए,
कभी सोचा नही था यारो इस मिट्टी में हम लगायेंगे देश के नारे,
तिरंगे के साथ हम निकल पडे भारत का नाम रौशन करने,
कभी मत भुलना यारो इस देश के जवानो के बलिदान को.-
साहित्य के वो सतत पुजारी यूँ मुँह मोड़कर चले गए ,
सारे प्रयास बेकार हुए , वो प्राण छोड़कर चले गए ।
जीवन पूरा ही किया समर्पित मातृभूमि की सेवा में ,
हमसे तो दिल का गठबंधन वो आज तोड़कर चले गए ।-
अभी कुछ देर पहले रोली अभिलाषा के मरने की ख़बर मिली. बहुत भली थी...इतनी कम उम्र में विधाता ने उसे सबसे छीन लिया. बीमार भी नहीं थी पर मौत पर किसका जोर चलता.
उसके पापा से बात हुई पता चला दिन भर मोबाइल पर लगी रहती थी. ऐसा भी सुनने में आया किसी बाबा के चक्कर में पड़ी रहती थी. जो लिखने को कहते थे वही लिखती थी.
भगवान उसकी आत्मा को योर कोट दे!-
खयाल तो है कि अभी जीना है मुझे
भारत माँ का
सपूत होने का फ़र्ज़ अभी निभाना है मुझे
शहीद होना तो मेरा सौभाग्य है
पर ऐ मातृभूमि तेरा गौरव बढ़ाने को
अभी बहुत कुछ करना है मुझे..-