ये दिल अब उससे उकताया हुआ है
कई ख़्वाहिश को दफ़नाया हुआ है
वो जो तुम्हारी आँखों का नूर है
मेरी आँखों का ठुकराया हुआ है।।-
कश्ती हैं हम, हम पर सवार सारी दुनिया
इस पार हम खड़े हैं, उस पार सारी दुनिया।।-
पाना, खोना और खो जाने वालों की भरपाई में
सारा जीवन लग जाता है, रिश्तों की तुरपाई में।।-
दुनिया के लिए,
इस समय ठप हैं
संवाद के तमाम माध्यम
मेरे लिए,
यह तब से ही है
जब से गए हो तुम!-
मैं प्रेम में रहा
एक उम्र से, एक उम्र तक
इस दरम्यान
जिसे मैंने चाहा
या जिसने चाहा मुझे
हर किसी की नीयत
रिश्ता निभाने की रही
बावजूद इसके
हम नहीं थाम सके हाथ
उम्र के इस पड़ाव पर आकर
मैं समझा
प्रेम अनुराग और त्याग से नहीं,
भाग्य से मिलता है!!-
क्या बताऊँ कि क्या-क्या बताना था तुम्हें
अपनी आँखों से एक दुनिया दिखाना था तुम्हें।
हिज्र की रात से बस एक मलाल रहता है
बिछड़ते वक़्त गले से भी लगाना था तुम्हें।।-
एक उम्र गुज़र जाती है यार निभाने में
लिखने बैठो तो दो अक्षर का 'वादा' है ।।-
तुम्हें जब देखती हैं आंखें तो ज़रा सा दिल धड़कता है
पर, तुम्हें जब सोचता है दिल तो आंखें भीग जाती हैं।।-