हम वफादारी निभाते रहें और कोई अपना दुनियादारी निभाता जिंदगी के मायने बदल गया।
-
मेरी वफादारी का मुझसे सबूत न मांग साहेब
Jio के दौर में भी, वही पुराना सिम कार्ड रखता हूँ
- ©सचिन यादव-
अच्छा ख्याल था तुम्हारा कि खुद को वफादार बता दोगे ,
बेवफा बताकर हमें , हमपर इल्जाम लगा दोगे ।-
.हर लम्हा पाबन्द ,वफादार रही हूँ मैं...
अमानत समझ के खुद को तेरी..
इसे अब तू इश्क समझ या समझ इबादत मेरी..-
उदासियों का क्या है..
एक बार आती है,
फिर वापस जाना..
भूल जाती है...!
कमबख्त वो..
अपनी वफा भी,
खूब वफादारी के..
साथ निभाती है..!!-
छूटती नींद टूटते ख्वाब रात की बढ़ती जबाबदारियां
मौसम ए इश्क खुश्कियों में भी निभाता रहा वफादारियां।
प्रीति
-
"जिक्र वफादारी का कोई करता ही नहीं है
इन दिनों इश्क में आसानी ही आसानी है"।
GOOD MORNING FRIEND-
सच्चे रिश्ते जो निभाता है रोता है
झूठा हंसता है फरेबी 😀सोता है
तो क्यों रोया ऐ दोस्त बेकार. में
जो रोता है वो बहुत कुछ खोता है
-
जिन्दगी में बहुत वहम पाले थे
क्यूंकि हमने "कुत्ते" नहीं
"गिरगिट" पाले थे!-