तुम बिल्कुल इस भुट्टे के जैसे हो
जिसकी,बारिश में बहुत याद आतीं हैं!-
31 JUL 2021 AT 10:49
29 AUG 2020 AT 12:05
17 JUN 2021 AT 11:41
ये मौसम बारिश का और साथ तुम्हारा
मिट्टी की सौंधी ख़ुशबू और हाथों में हाथ तुम्हारा
गरमागरम भुट्टा, एक अदद चाय का प्याला
और फिर न ख़त्म होने वाली बातों का सिलसिला. .
ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत हैं
❤-
15 JUN 2020 AT 15:07
कोयले पर भुना भुट्टा
और बरसती हुई बारिश!
इश्क वाली चाय की
ना होगी इस बार गुज़ारिश !-
6 JUL 2018 AT 21:09
वो सुबह की चाय जो
मैं अक्सर पिया करता था दोस्तों के साथ,
अब इस शहर में शाम को भी भुट्टा खाया करता हूँ,
यूँ तन्हा अकेले होकर किसी के यादों के साथ।।-
28 JUL 2020 AT 19:29
छितरे छितरे से रहने लगे हैं,
मजबूत दाने मित्रता के भुट्टे के...
नज़र दोष मानने लगी हूं मैं..
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