खुशी से मस्ती से जी भर कर जीने को ही ज़िंदगी मानना चाहिए। कभी भी घुटन महसूस हो तो मुझे चाय पर बुलाइये। अपनी ज़िंदगी के रंग भी आपको दे दूंगा। कुछ भी हो लेकिन सबको खुश रहना चाहिए। "बैंड जो बजे तेरा खुल के तू भी नाचगा"। ज़िंदगी हर रोज एक दिन कम हो रही है। चेहरा रोज चमक खो रहा है। बाल सफेद हो रहे हैं। शरीर ढल रहा है। अब नही जीये तो जिंदगी न मिलेगी दोबारा। 😊