मैंने चंदन समझ तुझे माथे पर सजाया
ऐसे अपना प्यार निभाया
तुझे रास्ते की धूल भायी पर
मेरी वफ़ा नजर ना आयी😏-
10 FEB 2019 AT 16:51
23 SEP 2021 AT 18:38
मैंने हर तरीके से कदर की थी उसकी
मैं हर तरीके से बेकदर किया गया हूं;-
8 NOV 2020 AT 18:59
मेरी वफाओं का कोई हिसाब नहीं देते,
वो आजकल किसी सवाल का जवाब नहीं देते.
जिसे पढ़ने मेें फ़कत उसने गलतियाँ ही की है,
ये जानते तो उसे दिल की किताब नहीं देते!
फूल और ख़ंजर में फर्क होता है साहब,
बेकदरों के हाथों में गुलाब नहीं देते!-
3 FEB 2018 AT 19:05
वो आज इस शहर में थे
जाने किस सबर में थे
आये थे सबूत मोहब्बत का लेकर
वो शुमार भी बेकदर में थे....
-
8 MAY 2020 AT 17:35
छोड़ मझधार में मुझको बे क़दर कर गया,
तोड़ दिल को मेरे तन्हा हमसफ़र कर गया।-
22 FEB 2021 AT 23:14
बेकद्रो से कद्र की उम्मीद क्या रखना
जो दोस्ती नहीं रख सके उनसे दुश्मनी क्या रखना-
15 DEC 2020 AT 23:58
गले हुए से कपड़े का पैबंद ज़िंदगी
इक सिरा सिया नहीं दूजा उधड़ गया ......-