Mom : Chocolate एक ही है तो झगड़ा मत
करना ! बाँट के खाना !
Me & My bro : 👇👇👇 😁😁-
अक्सर लोग गुस्से में अपना फोन तोड़ देते है,
लेकिन वो तो इतना कंजूस निकला की मेरा मासूम सा दिल ही तोड़ कर चला गया
कंजूस कहीं का😐😐-
दावत
(हास्य)
एक साव जी थे।नाम था सूई साव। उनके पुत्र का नाम दर्शन साव। पिता सूई साव अपनी कंजूसी के लिए विख्यात थे। घर में जब भी किसी अवसर पर भोज भात होता तो नाम के अनुरूप सूई से घी परोसते। शायद उनके पिता ने अपने बच्चे का नामकरण इसी उद्देश्य से किया हो। सूई में धागे के लिए जो छेद बना रहता बस उतना ही घी...एक बूंद से भी कम....ऊपर से आलम यह कि भोज समाप्ति पर दुखी बैठते कि घी में अच्छा खासा खर्च हो गया।
एक दिन सूई साह चल बसे। रिवाज के मुताबिक़ बेटे ने श्राद्ध कर्म किया। मोहल्ले के लोगों ने मन ही मन सोचा कि कंजूस बाप चला गया अब बेटा भात पर कम से कम चम्मच भर घी परोसेगा। पर लानत है उस बेटे पर जो बाप से आगे न बढ़े। बेटे ने घी का कटोरा लिया और पंगत में बैठे खाने के लिए तैयार लोगों को घी दिखाते हुए एक कोने से दूसरे कोने चला गया पर दिया नहीं। एक बुज़ुर्ग ने टोका, 'दर्शन, यह क्या...भात पर घी डालो। तुम्हारे पिताजी तो देते थे...भले ही सूई से'
दर्शन ने जवाब दिया,
'सूई सा के गइल चभाका, अब दरसन के बारी बा'
(सूई साव की गई दावत-ए-मस्ती, अब दरसन की बारी है)'😊-
एक कंजूस पति को बिजली का करंट लग गया, पत्नी ने पूछा आप ठीक तो है ना
पति.. फालतू की बात छोड़ मीटर देख कर बता यूनिट कितना बढ़ा-
लोग दूसरों के ऊपर कंजूस
होने का धब्बा न लगाते
गर वे उनके आय के भाँति उनके
व्यय पर भी निरीक्षण कर पाते— % &-
हां, इस मामले में कंजूस हूं
दर्द अपने तक रखती हूं,बांटती नही हूं-
संचय दर्ज इस वक़्त करो
थोड़ी कंजूसी-मक्खीचूसी की भी डयूटी करो,
और फ़िजूलखर्ची की आदत से अपनी छुट्टी करो...
थोड़ा है, थोड़े की, जरूरत है...
खर्चीलों को, कंजूसी-मक्खीचूसी की जरूरत है...-