Ranju Singh  
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Joined 29 November 2018


Joined 29 November 2018
15 JUN AT 13:19

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बहुत सच्चे,बहुत सीधे,बहुत मेहनती
जानबूझकर कभी नही किये होंगे कोई गलती
हमेशा देखना चाहते हैं सबके लवों पर हँसी
परन्तु वो खुद ही हँसना भूल गये हैं
बदलना चाहते थे जाने क्या-क्या
हालात ऐसे कि अब वो खुद ही बदल गये हैं
कभी किसी को खरी खोटी नही सुनाया
फिर भी आज वो किसी की कुछ भी सुन लेते हैं
सब कहते हैं उन्हें देखकर
अंदाजा नही लगाया जा सकता उनकी उम्र का
पर मै जानती हूँ...
मेरे पिता अब सच में बुजुर्ग हो गये हैं ।

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13 APR AT 17:19

कुछ घाव दिखते नहीं,मगर भरते भी नहीं
कुछ आँसू बहते नहीं,मगर सूखते भी नहीं ।

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13 APR AT 11:34

दिल की बातें दिल ही जाने और ना जाने कोय,
सूरत देख पढ़े जो दिल ,वो सच्चा साथी होय !!

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13 MAR AT 20:40

इस रंग बदलती दुनियाँ में
हम ढूँढ रहे हैं ऐसा रंग
हो सच्चा रंग,हो पक्का रंग
ना उतर सके हो ऐसा रंग
जिसको रंग डालूँ उस रंग से
हो जाए उसका वैसा रंग
जो फिर से अपना रंग ना बदले
कभी किसी को फिर ना छले ।

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2 MAR AT 8:23

जाने कितनी पुण्य
आत्माओं को मिलाया होगा
तब जाकर ईश्वर ने
तुझे बनाया होगा
हर इंसान में कोई न कोई कमी होती है
पर मेरा दावा है तुझमें कोई कमी
कभी किसी ने न पाया होगा
जाने कितने दिलों पर तू राज करती है
वो हर इंसान खुशनसीब है
जिनसे तू प्यार करती है
कुछ साल पहले
मेरे हिस्से मे भी तू आयी
तुझे पाया तो लगा मिल गई
खुदा की खुदाई !

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25 JAN AT 18:49

सबसे बड़ी विडंबना -
लोगों को झूठ से नफ़रत है
और सच्चाई सुन सकते नहीं
कहते हैं हम तो सच ही बोलते हैं
उफ्फ...
अरे सच बोलने वालों
सच सुनना भी सीखो ।

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23 DEC 2024 AT 8:30

सब आपके इशारे पर-
होता है महादेव
कोई वफ़ा करके रोता है...
कोई वफ़ा के लिए रोता है...
किसी को मखमली-
बिस्तर पर भी नींद नहीं
कोई बोरी बिछाकर भी-
चैन से सोता है
सब आपके इशारे पर होता है 🙏🙏 ❤️

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10 OCT 2024 AT 13:44

मेरे आँगन की बगिया में
खिले दो नन्हें फूल
इन दोनों को देखकर
जाती हूँ सब भूल
करूँ मैं विनती हाथ जोड़
मेरी विनती हो माँ कुबूल
एक दूजे के साथ ये
सदा रहें अनुकूल 🥰❤️

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3 OCT 2024 AT 14:23

हे देवी माँ कृपा करना
हम सबपर दया करना
हुई गर भूल अज्ञानता बस
उसको क्षमा करना 🙏🙏🌺

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1 OCT 2024 AT 23:48

नाराज मत हो ऐ जिंदगी
मेरे साथ चलना है तो
थोड़ी तकलीफ तो होगी ही,
ऊँचे-नीचे,कटीले-पथरीले रास्ते
चोट तो आएगी ही,
रिश्तों के सफ़र मे...
कुछ सच्चे कुछ झूठे मिलेंगे
कभी नफ़रत आजमायेगी तो
कभी प्रीत भी सहलायेगी ही,
हार नही मानना,चलती चल
देखना एक न एक दिन
इन सबसे उबर जायेगी ही ।

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