सालार/سالار
commander/सेनापति-
خود سے ہوئے بے گانے ہیں ہم جس کی سالاری میں
یہ رزم گاہِ دل تو ہے اس کی ہی عمل داری میں
खुद से हुए बेगाने हैं हम जिसकी सालारी में
ये रज़्म गाह ए दिल तो है उसकी ही अमलदारी में-
//मेरे सालार//
जमे हुए आंसू जो मेरे हैं,
मेरी आँखों से निकले हैं।
कभी-कभी मुझे एक
फुसफुसाहट सुनाई देती है,
जो सुझाव देती है,
कि मुझे अपने दिल की
स्थिति को दोबारा जांच
करनी चाहिए।
मेरे निर्णयों को उनकी
अपेक्षाओं के अनुरूप
बनाने के लिए।
मैं अस्वीकार करती हूं
क्योंकि मुझे काम करके
आंका जा रही हू।
मैं अपनी खुद की सालार हूं।-
बड़े तेज-तर्रार, सालार रखती हो जानाँ ,
इक लाली खूं जैसी, इक काजल कटार सा।-
हुसैन (अ.स) जैसा हमने कोई सिपेहसालार नहीं देखा
जो लुटा दें अपना खानदान ऐसा दीनदार नहीं देखा
सर झुका नहीं सर कटा दिया नाना के वादा के खातिर
बहुत देखे ज़माने में लोग हमने ऐसा दिलदार नहीं देखा
तोड़ दिया दम अली असगर ने अपने बाबाजान के हाथों में
चीर दें छ माह के बच्चे का गला ऐसा हथियार नहीं देखा
पहरे लगवा दिए आब-ए-दरिया-ए-फरहात पर जिसने
रहम न आया उस याज़ीद को ऐसा ज़फाकार नहीं देखा
उफ़्फ़ न किया रब की रज़ा मान सर सजदे में झुका दिया
बहुत देखे ज़माने में अलमदार ऐसा अलमदार नहीं देखा-
सनक है चीन को, दुनिया का सालार बनने की
मगर अपने ही लोगों की छाती पर पैर रखकर-
तेरी याद में ऐसा सोए तेरे चाहने वाले लोग
तलवारों की सालारी में सजदे में रख कर सर भूल गए-
कश्मकश ए जुस्तजू में ख्वाहिशें बेज़ार हो गई
जिस्म रहा बाक़ी महज़ रूह की मज़ार हो गई
ना आया कोई हकीम ना ही कोई सालार आया
मेरी ज़िंदगी ही मेरी मौत का यूं सामान ले आई
चलती रही जद्दोजहद , हर एक सांस जो आई
अक्स यूं खोया आईने में , महज़ गुब्बार नज़र आई
लड़ते रहे खुद से ज़हन ओ दिल में जब हुई लड़ाई
जीत गया हमेशा ये दिल , हिस्से मेरे हार ही आई
जीते रहे हर एक लम्हे को किश्तों में इस कदर ’नाज़’
तिजारत ए बाज़ार में जीस्त ए नफ़ा,नुकसान ले आई
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हथियार लाख लिये चाहे जंग जू हो सेहतमंद
जितते जंग वही जिनके सालार हों भरोसेमंद।-