थक गया हूं, किमुझे घर ले चलो. -
थक गया हूं, किमुझे घर ले चलो.
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तुम पास ही तो हो,फिर सुकूं क्यों नही,माना ये जन्नत है, परये वो जन्नत तो नही. -
तुम पास ही तो हो,फिर सुकूं क्यों नही,माना ये जन्नत है, परये वो जन्नत तो नही.
अब तू नही,तो फुरसत ही फुरसत है,और हमें कुछ आता नही,इश्क़ के सिवा. -
अब तू नही,तो फुरसत ही फुरसत है,और हमें कुछ आता नही,इश्क़ के सिवा.
तपती दुपहरी में,ठंडी फुहार बेटी,जीवन की थकन में,कोमल मुस्कान बेटी. -
तपती दुपहरी में,ठंडी फुहार बेटी,जीवन की थकन में,कोमल मुस्कान बेटी.
कुछ भी नहीइन आंखों में,वफ़ा औरप्यार के सिवा,मेरे इश्क़ काहासिल कुछ नही,जुदाई औरइंतज़ार के सिवा. -
कुछ भी नहीइन आंखों में,वफ़ा औरप्यार के सिवा,मेरे इश्क़ काहासिल कुछ नही,जुदाई औरइंतज़ार के सिवा.
इतनी क्यों याद आ रही हो तुम,क्या मुझसे दूर जा रही हो तुम,सामने ही तो हो फिर बताओ,इतना क्यों सता रही हो तुम. -
इतनी क्यों याद आ रही हो तुम,क्या मुझसे दूर जा रही हो तुम,सामने ही तो हो फिर बताओ,इतना क्यों सता रही हो तुम.
तुम जो देती होज़िन्दगी के सुकूनो को सुकूं,मुझ को भी मेरीज़िन्दगी का हासिल दे दो. -
तुम जो देती होज़िन्दगी के सुकूनो को सुकूं,मुझ को भी मेरीज़िन्दगी का हासिल दे दो.
बस इतना ही रिश्ता रहा .. हमारा उनसे,उनने हमारी आदतें खराब कीं, हमने उन्हें. -
बस इतना ही रिश्ता रहा .. हमारा उनसे,उनने हमारी आदतें खराब कीं, हमने उन्हें.
हमने तुम्हें, तुमने हमे,जाने कितने, ख़त लिखे,जाने कब भूल गए,हम तुम्हें, तुम हमे. -
हमने तुम्हें, तुमने हमे,जाने कितने, ख़त लिखे,जाने कब भूल गए,हम तुम्हें, तुम हमे.
ख़ाक छानते गलियों की,ये शहर भी अपना सा लगा. -
ख़ाक छानते गलियों की,ये शहर भी अपना सा लगा.