जन गण मन अधिनायक होइगा
गुण्डा रहै, विधायक होइगा
पढ़े–लिखे करमन का रोवैं
बिना पढ़ा सब लायक होइगा-
न सांसद न विधायक बन पाया।
न किसी काम के लायक बन पाया।।
कलम चला कर कौन सा तीर मारा?
किसकी कहानी का नायक बन पाया??-
सांसद
सांसद बनना नहीं है बच्चों का खेल
विकास यात्रा में भारत ना हो फेल
बना रहे जगत में सबसे नामी देश
नेता चुनने में ना खोना स्व विवेक-
बुरा न मानो होली है..
राष्ट्र विकास के बीच में,
खड़ी हुई दीवार..!
सांसद जी ने कर दिया,
पनही से उपचार..!
निकल गयी विधायकी,
उतर गया बुखार..!
बुरा जो बोलेगा कहीं,
पड़ेंगे जूते चार..!
जोगीरा सा रा रा रा
अंतिम बात..वीडियो देख कर मुझे तो सांसद जी का पक्ष उचित लगता है। बदतमीजी की है तो भुगतना पड़ेगा ही।हर कोई आम जनता नहीं..-
देश के सांसदो के पास 12 वी पास करने का सुनहरा अवसर था,
बस परीक्षा फॉर्म भरना था..मौका गवा दिया 😂😂-
जब सांसद अपनी संसदीय शपथ ग्रहण कर रहे थे,
तब मेरे दस जवान भाई अपनी शपथ निभाते हुए शहीद हो गए ।-
#हमारा_नेता_कैसा_हो?
यह सवाल अथवा नारा हर राजनेता के आगे-पीछे जनता लगाती है तथा हर नेता के बैनर, पोस्टर में ईमानदार, कर्मठ, जुझारू भी जरूर लिखा हुआ होता है चाहे वह ग्राम_प्रधान, क्षेत्र_पंचायत, जिला_पंचायत स्तर का हो या फिर विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तक हो। उसके बावजूद वह असल में कैसा होता उसके लिए आपको उसके जीतने के बाद के केवल दो सालों पर ही नज़र डालो वह उपरोक्त कोई भी गुण धारण नहीं किया होता है।
—आर_पी_विशाल।
(पूरा लेख 'Caption' में देखें!)-