अगर तुम चाँद होते तो मैं रोशन रात बन जाती
अगर होते कमल तो बन सबा ख़ुशबू को बिखराती
जो होते ख़्वाब तो पलकों को मैं खुलने ही ना देती
मगर तुम वो पहेली हो जिसे मैं बूझ ना पाती
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देख................!
आज की सबा में, क्या? गज़ब का एहसास है...,
इस सबा-नफ़स ने, मेरे रूह को, इस कदर छू लिया, आज है।
बस! तू ही मौजूद नहीं, वरना, तेरे संग बिते, हर लम्हों की,
फ़क़त, हमारे साथ याद है।।-
Happy Birthday 🎂💐🎉
My Dear ❤️ Love
My Life, My Addiction
My Babu and My shona
कुछ लिखा है तुम्हारे और मेरे प्यार के कुछ पल और मेरी ज़िन्दगी के वो पल जो तुम्हारे बिन कटे है...-
केद हो चुके सभी अल्फाज़ एक क़फज मे हमारे
और ये सबाए तेरी याद की हमे क़ातिब बनाने पर तुली है।-
कलम-ए-इश्क़ में डूब कर ख़ुद को स्याही कर दिया,
पन्ने-पन्ने को सबा और ख़ुद को सियाही कर दिया !!-
चल साथ सबा थोड़ा सैर कर आए।
सुंदर महकती फूलों को थोड़ा स्पर्श कर आए।-
मैं अब जी भर के रोना चाहती हूँ
मैं दामन को भिगोना चाहती हूँ
सब आफ़त-ओ-सितम देते गए पर
अभी हर ग़म पिरोना चाहती हूं
नहीं मुझको मयस्सर गोद मां की
मैं अब तुर्बत मे सोना चाहती हूं
ज़रूरत आशियाने की नहीं है
मैं तो बस एक कोना चाहती हूं
बदन जो ज़र्रा-ज़र्रा ढह गया है,
सबाओ मे ही खोना चाहती हूं
यहाँ मौजूद जिसमें थी कभी मैं
हर एक वो याद धोना चाहती हूं
-deepika jain-
मुद्दत हो गई सबा को महसूस किए हुए
अब तो हर जगह सिर्फ़ जहर से भरा हुआ है वातावरण-