"इंसान बदल लेते हो
ईमान बदल लेते हो,
कितनी जल्दी तुम अपनी
पहचान बदल लेते हो,
अभी तो सूखे भी नहीं
आँसु मेरी आँखों के
औऱ तुम हो के चेहरे देखकर
मुस्कान बदल लेते हो,
कानों में अब भी
होती होगी फुसफुसाहट ना...,
लिपटकर किसके गले
अब मेरा नाम बदल लेते हो"-
कहता नहीं हूँ
पऱ बहुत बार सोचता हूँ के पूछुं तुमसे
पऱ रह जाता हूँ हर बार अहम के पाश में बंधा
क्यूँ के पुरूष हूँ मैं,
तुम स्त्री हो
कितने प्रेम से निःसंकोच पूछ लेती हो मुझसे
"थक गये हो क्या...
सर दवा दूँ ...
लो.. पानी पी लीजिए"
अफ़सोस.. अब इसे मेरे स्वार्थ की अंतहीन सीमा कहो या
अपने खोखले पुरुषार्थ को खोने का भय
के मैं.. "मैं" से निकलूँगा तो तुम सा हो जाऊँगा,
पऱ काश.. मैं इस जन्म में तुमसा हो पाता
तो शायद तुम्हारे अंतर्मन प्रेम का भी भागी होता!!-
जिन लोगो के लिखने की वजह रोज बदलती है
उन लोगो की मोहब्बत कहां सच्ची होती है।।-
क्या यही प्यार है ? पेज नंबर 3
फिर एक दिन मेरी क्लास के लड़के से लड़ाई हो गई ओर लड़ाई होने के बाद वह मेरे पास आई और मुझसे बोली जिस लड़के से तुम्हारी लड़ाई हुई है उसे जाओ मारो और उसके हाथ पैर तोड़ डालो।
वो मेरे सामने खड़ी मुझसे कह रही थी ।मैं उसकी बातों को गौर से सुन रहा था मै उसे देखे जा रहा था।वो बोली चली जा रही थी।मैं सोच रहा था उसे क्यों बुरा लगा।
क्या यही प्यार है...........
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हमने सच्ची मोहब्बत की है, हमें दगा देनी आती नहीं।
तुम कितना भी बदल जाओ, मगर हमें, तुम्हें भूलने की आदत नहीं।।
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कुछ दोस्तों ने ही संभाल रखी है,पतवार जिंदगी की,
वरना तो दुश्मनों ने छोड़ी नहीं कसर तबाह करने में।
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Phle मुझे lgta tha m cute hu😍
Fir mene apni photo को
zoom 🧐karke dekha to pta chla 🥺
M to bht hi jyada cute hu
😁😂😂😂😂😂-
तूफान से लड़ना आसान नहीं होता
हम लड़ते लड़ते थक जाते है
पर
खुद को थका हुआ मानने से पहले
यह याद रखना की
तूफान भी एक सीमा पर आकर थक जाता हैं..-